प्रभास रंजन, दरभंगा, 08 जनवरी। डीएमसीएच (दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) की नई अधीक्षिका डॉ. शीला साहू ने पदभार संभालते ही अस्पताल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए तत्परता दिखाई। उन्होंने 8 जनवरी की सुबह 7:10 बजे सर्जिकल ब्लॉक का दौरा किया। मरीजों से मुलाकात कर उनके हालचाल जाने।
मरीजों का फीडबैक और सुविधाएं
मरीजों ने अधीक्षिका को बताया कि सरकार द्वारा दी जा रही सभी सुविधाएं उन्हें समय पर मिल रही हैं। डॉक्टर नियमित देखभाल कर रहे हैं। यह सुनकर उन्होंने संतोष व्यक्त किया।
सेंट्रल स्टरलाइजेशन चालू
निरीक्षण के दौरान, डॉ. साहू ने सेंट्रल स्टरलाइजेशन यूनिट का जायजा लिया और इसे तुरंत चालू कराने के निर्देश दिए। उनके निर्देशानुसार, इसे उसी दिन चालू कर दिया गया।
आउटडोर शिफ्टिंग में आ रही बाधा
डॉ. साहू ने प्रथम तल पर आउटडोर यूनिट का निरीक्षण किया, जो पूरी तरह तैयार और आधुनिक सुविधाओं से लैस है। हालांकि, एप्रोच रोड का निर्माण अधूरा होने के कारण इसे शिफ्ट करना फिलहाल मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए, बिहार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMICL) के अधिकारियों से बात की और मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व युद्धस्तर पर कार्य पूरा करने का आग्रह किया।
विकल्प और समय सीमा
डॉ. साहू ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री के आगमन से पहले यह काम पूरा नहीं हो पाता, तो भी इसे एक सप्ताह के भीतर सर्जिकल ब्लॉक में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नई आउटडोर यूनिट मरीजों के लिए काफी सुविधाजनक है और यहां जगह की कोई कमी नहीं है।
अधीक्षक डॉ. शीला साहू की सक्रियता का प्रभाव
डॉ. शीला साहू की सक्रियता और सख्ती का असर अस्पताल के अन्य चिकित्सकों पर भी दिखने लगा है। चिकित्सक समय पर अपनी ड्यूटी पर आने लगे हैं और अपनी कार्यशैली में सुधार करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
डॉ. साहू के नेतृत्व में डीएमसीएच में जल्द ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ सुनिश्चित होने की उम्मीद की जा रही है।