back to top
14 जनवरी, 2024
spot_img

दरभंगा में शुगर-फ्री तिलकुट is on trend! जानिए क्या है Price?

spot_img
spot_img
spot_img

दरभंगा, मकर संक्रांति के मौके पर बाजारों में तिलकुट, चूड़ा, गुड़ और मुरही की लाई की जबरदस्त मांग देखी जा रही है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक, बाजारों में रौनक बढ़ गई है। जगह-जगह अस्थायी दुकानें सज चुकी हैं, जहां तिल और गुड़ की सोंधी खुशबू से माहौल महक रहा है।


प्रमुख बाजार और तिलकुट की वेरायटी

  • बाजारों की रौनक: लहेरियासराय टावर, दरभंगा टावर, शिवधारा चौक, दोनार, लक्ष्मीसागर समेत कई इलाकों में तिलकुट और चूड़ा की दुकानें लगाई गई हैं।
  • वेरायटी और कारीगर: चंपारण, मगध, गया, भागलपुर और अन्य क्षेत्रों से आए कारीगर चार प्रकार के तिलकुट बना रहे हैं, जिनमें गुड़, चीनी और शुगर-फ्री वेरायटी शामिल हैं।
यह भी पढ़ें:  Darbhanga SH-88 पर दर्दनाक सड़क हादसा, 2 की मौत, मॉल से कपड़े की ख़रीद कर लौट रहे थे... विरोध में सड़क पर उतरे लोग

शुगर-फ्री तिलकुट की डिमांड

  • विशेष वेरायटी: शुगर के मरीजों को ध्यान में रखते हुए शुगर-फ्री तिलकुट बनाया जा रहा है।
  • ब्रांडेड तिलकुट: बाजार में ब्रांडेड तिलकुट भी विभिन्न आकर्षक पैक में उपलब्ध हैं, जो ग्राहकों को खासा पसंद आ रहे हैं।

कारोबारियों की तैयारी और मकर संक्रांति की तैयारी

  • तिलकुट विक्रेता: गया के शंकर दास और भागलपुर के जितेंद्र महतो जैसे कारोबारी, हर साल मकर संक्रांति पर दरभंगा आकर अपने उत्पाद बेचते हैं।
  • खास तैयारी: मकर संक्रांति से एक सप्ताह पहले से ही बाजारों में रौनक और बिक्री तेज हो गई है।
यह भी पढ़ें:  17—18 जनवरी 2025 को एग्जाम टाइम! @Chemistry Department, MLSM College Darbhanga

चूड़ा और गुड़ के दाम में बढ़ोतरी

  • कीमतें:
    • बासमती चूड़ा: 80-110 रुपये प्रति किलो
    • उसना चूड़ा: 40-48 रुपये प्रति किलो
    • गुड़: 50-55 रुपये प्रति किलो
  • कारोबार पर असर: चंपारण के आलोक सिंह ने बताया कि गांवों में धान की कुटाई बढ़ने से शहरों में चूड़ा के कारोबार पर हल्का असर पड़ा है।
यह भी पढ़ें:  दरभंगा में हैवानियत की सारी हदें पार! पिलास से उखाड़ा नाखून…8वीं के छात्र से दरिंदगी, बचाने गई मां की बेरहमी से पिटाई, 10 KM तक...

तिलकुट और लाई की कीमतें

प्रकार कीमत प्रति किलो (रुपये)
गुड़ का तिलकुट 250-750
चीनी का तिलकुट 250-800
चूड़ा का लाई 100-120
मुरही का लाई 100-120
तिल का तिलकुट 250-300
ब्रांडेड तिलकुट 350-550

मकर संक्रांति की परंपरा और उत्साह

मकर संक्रांति पर तिलकुट, चूड़ा और गुड़ का सेवन पारंपरिक परंपरा है। ठंड के इस मौसम में ये खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माने जाते हैं। बाजारों की रौनक और ग्राहकों का उत्साह इस पर्व की महत्ता को और भी बढ़ा रहा है।

--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें