Prabhash Ranjan, दरभंगा | बिरौल अनुमंडल के अंतर्गत घनश्यामपुर, बिरौल, तिलकेश्वर, और कुशेश्वरस्थान थाना के अनुसंधानकर्ताओं की लापरवाही पर वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) द्वारा सख्त कदम उठाए गए हैं।
लंबित कांडों की समीक्षा और लापरवाही का खुलासा
दिनांक 14 जनवरी 2025 को वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय में Investigation Supervision Team ने घनश्यामपुर, बिरौल, तिलकेश्वर, और कुशेश्वरस्थान थानों के लंबित कांडों की समीक्षा की।
समीक्षा में पाया गया कि निम्नलिखित अनुसंधानकर्ताओं ने कई मामलों में लापरवाही बरती:
- पु०अ०नि० प्रज्ञा शैल (घनश्यामपुर थाना)
- पु०अ०नि० संजीत कुमार (घनश्यामपुर थाना)
- पु०अ०नि० प्रमोद कुमार सिंह (बिरौल थाना)
- पु०अ०नि० रामाशंकर पासवान (तिलकेश्वर थाना)
- स०अ०नि० अभय कुमार सिंह (कुशेश्वरस्थान थाना)
कार्रवाई का विवरण
- निंदा सजा:
- पु०अ०नि० प्रज्ञा शैल और पु०अ०नि० संजीत कुमार को सेवा पुस्तिका में एक-एक निंदा सजा दी गई।
- चेतावनी:
- पु०अ०नि० प्रमोद कुमार सिंह, पु०अ०नि० रामाशंकर पासवान, और स०अ०नि० अभय कुमार सिंह को कड़ी चेतावनी दी गई।
भविष्य में सुधार के निर्देश
वरीय पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि सभी अनुसंधानकर्ता अगले समीक्षा सत्र तक अपने कार्य में सुधार लाएं। यदि अपेक्षित सुधार नहीं देखा गया, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।
अधिकारियों का बयान
पुलिस प्रशासन में अनुशासन और दक्षता बनाए रखना सर्वोपरि है। लंबित कांडों के अनुसंधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
– Jagunath Reddy Jala Reddy (Darbhanga SSP)
निष्कर्ष
इस कार्रवाई से साफ संकेत मिलता है कि दरभंगा जिला प्रशासन पुलिसिंग में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी अनुसंधानकर्ताओं को अपने दायित्वों को गंभीरता से निभाने की सख्त हिदायत दी गई है।