सुल्तानपुर/दरभंगा। जिले को एक युवा और ऊर्जावान जिलाधिकारी के रूप में IAS Kumar Harsh मिला है। शनिवार को उन्होंने सुल्तानपुर के डीएम का पदभार ग्रहण किया। उनके नेतृत्व से जिले में विकास कार्यों को गति मिलने और पारदर्शिता स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है।
शनिवार दोपहर बाद कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित समारोह के दौरान डीएम कुमार हर्ष को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने जिले के विभिन्न प्रशासनिक कार्यालयों का निरीक्षण किया। मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, मजिस्ट्रेट विदुषी सिंह, और वैशाली चोपड़ा ने उनका स्वागत किया।
प्राथमिकताएं: विकास और पारदर्शिता
मीडिया से बातचीत में IAS Kumar Harsh ने कहा कि,
“जिले में शासन की प्राथमिकताएं विकास, पर्यटन और उद्योग को बढ़ावा देने की हैं। इन योजनाओं का प्रभावी और समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि चूंकि सुल्तानपुर, अयोध्या परिक्षेत्र का हिस्सा है, यहां का चौमुखी विकास उनकी प्राथमिकता होगी।
IAS Kumar Harsh: दरभंगा से सुल्तानपुर तक का सफर
IAS Kumar Harsh मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले हैं। उनका अब तक का सफर प्रेरणादायक रहा है:
- शिक्षा:
उन्होंने सेंट जॉर्ज स्कूल, नई दिल्ली से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया। - यूपीएससी सफलता:
22 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की और ऑल इंडिया रैंक 43 हासिल की। उनकी इस सफलता ने उन्हें कम उम्र में प्रशासनिक सेवाओं में शामिल कर दिया।
साहित्य प्रेम और कविताओं का शौक
कुमार हर्ष प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ साहित्य के प्रति गहरी रुचि रखते हैं।
- वे विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं में कविताएँ प्रकाशित कर चुके हैं।
- अपनी कविताओं को साझा करने के लिए उन्होंने एक ब्लॉग भी शुरू किया है।
“साहित्य से जुड़ाव मुझे सोचने की गहराई और प्रशासनिक निर्णयों में संवेदनशीलता प्रदान करता है,” उन्होंने कहा।
प्रमुख चुनौतियाँ
सुल्तानपुर में जिलाधिकारी के रूप में कुमार हर्ष को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
1. शादी घोटाले की जांच:
- बल्दीराय और कुड़वार क्षेत्रों में शादीशुदा महिलाओं की शादी कराने का मामला सुर्खियों में रहा है।
- इस घोटाले में जिला समाज कल्याण अधिकारी की संलिप्तता उजागर होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
2. जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार:
- इस योजना के तहत चल रहे कामों में घोटाले और जल निगम के एक्सईएन की हत्या की जांच अधूरी है।
- पूर्व डीएम की लापरवाही के कारण इन मामलों में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
3. अधूरे विकास कार्य:
- जिले में पर्यटन, उद्योग और बुनियादी ढांचे को लेकर कई योजनाएँ अधूरी हैं।
“इन सभी मुद्दों का समाधान करना और जनता के विश्वास को बनाए रखना नई जिम्मेदारी होगी,” उन्होंने कहा।
IAS Kumar Harsh से जनता की उम्मीदें
सुल्तानपुर के लोगों को नए जिलाधिकारी से काफी उम्मीदें हैं।
- जिले में पारदर्शी प्रशासन स्थापित करने,
- भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था लाने, और
- विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए उनकी क्षमताओं पर भरोसा जताया जा रहा है।
“मैं प्रशासन और जनता के बीच एक मजबूत सेतु बनाना चाहता हूँ, ताकि सुल्तानपुर का हर क्षेत्र विकास की मुख्यधारा से जुड़ सके,” उन्होंने कहा।