दरभंगा | भारतमाला परियोजना के तहत आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस 189 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के बनने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच संपर्क बेहतर होगा और यातायात सुगम हो जाएगा।
एनएच-119 डी का होगा चौड़ीकरण
राष्ट्रीय राजमार्ग 119 डी को छह लेन का एक्सेस-कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर में बदला जाएगा।
- लागत: ₹1082.85 करोड़
- लंबाई: 12.60 किलोमीटर
- निर्माण शुरू: वर्ष 2024
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस परियोजना की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है।
बंगाल और झारखंड से मजबूत होगी कनेक्टिविटी
यह आर्थिक कॉरिडोर राष्ट्रीय राजमार्ग-02, एचएच-19 और एचएच-27 को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इससे माल ढुलाई और यातायात की दक्षता में सुधार होगा।
बिहार के 7 जिलों को जोड़ेगा एक्सप्रेसवे
यह गया, औरंगाबाद, पटना, समस्तीपुर, दरभंगा सहित 7 जिलों से गुजरेगा। 19 शहरों को भी जोड़ा जाएगा।
- पटना से दरभंगा की यात्रा में 4 घंटे की कमी होगी
- व्यापार, रोजगार और आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
चार चरणों में हो रहा निर्माण
इस एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) करा रही है।
- चौड़ाई: 200 फीट
- लागत: ₹5000 करोड़
- निर्माण कंपनियां:
- आमस से समस्तीपुर – मेधा कंस्ट्रक्शन
- समस्तीपुर से दरभंगा एयरपोर्ट – रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन
दरभंगा शहर को मिलेगी नई सड़कें
यह लहेरियासराय-बहेड़ी मार्ग से जुड़ेगी और बहादुरपुर के देकुली मोड़ के पास शहर को एनएच-57 से जोड़ेगी।
- एम्स के लिए फ्लाईओवर बनेगा
- एनएच-322 से एकमी घाट के पास शहर को कनेक्ट किया जाएगा
- डीलाही और रोसड़ा से भी यह सड़क शहर को जोड़ेगी
झारखंड और पूर्वोत्तर तक होगा सुगम आवागमन
- यह एनएच-77 से हाजीपुर, मुजफ्फरपुर होते हुए सोनबरसा तक जोड़ेगा।
- एनएच-80 के माध्यम से भागलपुर और मुंगेर होते हुए झारखंड तक कनेक्टिविटी मिलेगी।
- मधेपुरा और सहरसा जाने के लिए भी नई सड़क बनेगी।
लोगों को मिलेगी जाम से निजात
इस परियोजना के पूरा होने से दरभंगा शहर को जाम की समस्या से राहत मिलेगी और यात्रा तेज और सुरक्षित होगी।