प्रभाष रंजन | दरभंगा | दरभंगा मेडिकल कॉलेज (DMC) के शताब्दी समारोह 2025 के तहत वैज्ञानिक कार्यक्रमों का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर “चिकित्सा अनुसंधान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन हुआ, जिसमें 20 संकाय सदस्य और 35 पीजी छात्र शामिल हुए।
🩺 उद्घाटन और प्रमुख हस्तियां
समारोह का उद्घाटन प्राचार्य डॉ. अल्का झा, वैज्ञानिक समिति के अध्यक्ष डॉ. यू.सी. झा, एमईयू समन्वयक डॉ. पूनम कुमारी, विभिन्न विभागों के प्रमुख और वरिष्ठ संकाय सदस्यों की उपस्थिति में हुआ।
इस अवसर पर पुर्णिया मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हरिशंकर मिश्रा, मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. यू.सी. झा, शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार, और पीएसएम विभागाध्यक्ष डॉ. हेमकांत झा की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
🤖 एआई और चिकित्सा अनुसंधान पर कार्यशाला
मुख्य ट्रेनर डॉ. पी.के. लाल ने चिकित्सा अनुसंधान की मूलभूत जानकारी देते हुए –
✔ अनुसंधान प्रस्ताव तैयार करने,
✔ शोध लेखन और साहित्य समीक्षा की प्रक्रिया,
✔ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग से डेटा विश्लेषण को आसान बनाने
जैसे विषयों पर चर्चा की।
कार्यशाला के दौरान एआई टूल्स के व्यावहारिक उपयोग का प्रदर्शन किया गया, जिससे प्रतिभागियों को शोध लेखन और डेटा व्याख्या में AI की भूमिका को समझने का अवसर मिला। विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों ने कार्यशाला को अत्यंत ज्ञानवर्धक और शोध कार्य में सहायक बताया।
📚 लिटरेरी सोसायटी के ‘अभिव्यक्ति’ कार्यक्रम का उद्घाटन
लिटरेरी सोसायटी द्वारा आयोजित ‘अभिव्यक्ति’ कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉ. अल्का झा, प्रो. रिजवान हैदर, डॉ. श्याम किशोर ठाकुर, और डॉ. सुधीर कुमार कर्ण ने संयुक्त रूप से किया।
👉 इस मंच के जरिए विद्यार्थियों को अपने विचारों को निर्भीकता से व्यक्त करने का अवसर मिला।
♟️ शतरंज प्रतियोगिता: डॉक्टर शिल्पी बनीं विजेता
शतरंज प्रतियोगिता में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर शिल्पी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
उपविजेता 2024 बैच की साक्षी सारा रहीं।
📌 पूरे मुकाबले के दौरान रोमांच बना रहा और अंतिम चाल में ही विजेता का फैसला हुआ।
🎉 पूर्व छात्रों की उत्साहजनक भागीदारी
📍 1972 बैच के डॉ. विजय कुमार, 1976 बैच के डॉ. सुमंत सिंह और डॉ. ओम प्रकाश ने वर्षों बाद कैंपस में लौटकर अपने पुराने दिनों को याद किया।
📍 उन्होंने निश्चेतना विभाग के पीजी छात्रों के साथ बातचीत की और कई विभागों का दौरा किया।
📍 झारखंड और दिल्ली से आए इन डॉक्टरों ने अपने कॉलेज जीवन की यादें ताजा कीं और इस पुनर्मिलन को बेहद खास बताया।
🎭 लिटरेरी सोसायटी के अन्य कार्यक्रमों में विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
💡 दरभंगा मेडिकल कॉलेज का शताब्दी समारोह कई वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों के साथ जारी रहेगा।