दीपक कुमार। Muzaffarpur | जिले में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। डीएम सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर एसकेएमसीएच (SKMCH) के आसपास संचालित 17 नर्सिंग होम पर छापेमारी की गई, जिनमें से 15 को तुरंत सील कर दिया गया। दो अस्पतालों में मरीज भर्ती होने के कारण उन्हें फिलहाल सील नहीं किया गया। प्रशासन ने इन सभी अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कैसे हुई कार्रवाई?
📌 अवैध नर्सिंग होम की शिकायत मिली थी।
📌 डीएम ने विशेष टीम बनाई, जिसमें एसडीओ, सिविल सर्जन और पुलिस अधिकारी शामिल थे।
📌 स्वास्थ्य विभाग की जांच में सभी 17 अस्पताल गैर-कानूनी पाए गए।
📌 बिहार क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत आवश्यक लाइसेंस, डॉक्टरों की योग्यता और अन्य दस्तावेजों की गहन जांच हुई।
📌 सरकारी मानकों का उल्लंघन पाए जाने पर 15 अस्पतालों को तुरंत सील कर दिया गया।
किन अस्पतालों पर हुई कार्रवाई?
✔ एसकेएमसीएच के पास सील किए गए 15 नर्सिंग होम:
- पीडीएम हॉस्पिटल
- मयंक नर्सिंग होम
- चांदनी मेडिकल हॉल
- मंगलम हेल्थ केयर
- अन्नु हेल्थ केयर
- न्यू मानव सेवा नर्सिंग होम
- न्यू शिवम नर्सिंग होम
- राधे नर्सिंग होम
- निशांत नर्सिंग होम
- लालबाबू सिंह चाइल्ड केयर
- उमा नर्सिंग होम
- अर्चना नर्सिंग होम
- पीएन हॉस्पिटल
- आर्यन जांच घर
- स्टार इमरजेंसी हॉस्पिटल
📌 इनके अलावा Smart हॉस्पिटल और New अपना हॉस्पिटल पर भी कार्रवाई होनी है।
डीएम ने दिए सख्त निर्देश
🔹 अवैध नर्सिंग होम की पहचान और कार्रवाई जारी रहेगी।
🔹 अनुमंडल पदाधिकारी और सिविल सर्जन को नियमित जांच के निर्देश।
🔹 स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए लगातार निगरानी होगी।
🔹 लोगों से अपील – अवैध अस्पतालों से बचें और प्रशासन को सूचना दें।
👉 डीएम ने स्पष्ट किया कि जनता की जिंदगी से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन ऐसी अवैध गतिविधियों पर लगातार कड़ी कार्रवाई करेगा।