महाकुंभ नगर (प्रयागराज)। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम पर आज महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकुंभ का अंतिम स्नान प्रारंभ हो गया। ब्रह्म मुहूर्त में लाखों श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे और जय श्रीराम के जयघोष के साथ आस्था की डुबकी लगाई। भोर 4 बजे तक 25.64 लाख श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे।
महाकुंभ में स्नान का अब तक का आंकड़ा
📌 13 जनवरी से अब तक – 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं।
📌 25 फरवरी को स्नान करने वाले श्रद्धालु – 1.33 करोड़
📌 26 फरवरी को सुबह 4 बजे तक स्नान करने वाले – 25.64 लाख
📌 आज के दिन अनुमानित संख्या – 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालु
📌 महाकुंभ के समापन तक कुल आंकड़ा – 68 करोड़ से अधिक
ब्रह्म मुहूर्त में अमृत योग का विशेष संयोग
आचार्य स्वामीनाथ शास्त्री के अनुसार, महाकुंभ के अंतिम स्नान पर ग्रहों और नक्षत्रों का विशेष संयोग बन रहा है।
🕕 ब्रह्म मुहूर्त में अमृत योग – 3:33 AM से 5:57 AM तक
✅ इस समय स्नान करना सबसे फलदायी माना गया है।
✅ संगम में स्नान के साथ अन्न, वस्त्र और स्वर्ण दान को उत्तम बताया गया है।
आस्था का महासागर: श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
महाकुंभ के अंतिम स्नान पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम में अमृत स्नान के लिए पहुंचे हैं। 12 किलोमीटर क्षेत्र में फैले घाटों पर लाखों श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं।
💠 बिना थकान के आस्था में डूबे श्रद्धालु – श्रद्धालु कई किलोमीटर पैदल चलकर संगम पहुंच रहे हैं, लेकिन चेहरे पर थकान की जगह आस्था का तेज नजर आ रहा है।
💠 श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ – प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की है।
💠 संगम जाने वाले सभी मार्ग श्रद्धालुओं से खचाखच भरे – रातभर श्रद्धालुओं का आना-जाना जारी रहा।
प्रयागराज के शिवालयों में विशेष आयोजन
महाशिवरात्रि पर प्रयागराज के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं।
प्रमुख शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
- मनकामेश्वर मंदिर
- नागवासुकी मंदिर
- दशाश्वमेध मंदिर
- सोमेश्वर मंदिर
- पडिला महादेव मंदिर
- नागेश्वर धाम
🌿 श्रद्धालु संगम स्नान के बाद शिवालयों में जलाभिषेक कर रहे हैं।
🌿 जो मंदिर नहीं जा सकते, वे संगम तट पर रेत से शिवलिंग बनाकर पूजा कर रहे हैं।
🌿 महादेव को प्रसन्न करने के लिए दूध, गंगाजल, शहद और पंचगव्य से अभिषेक किया जा रहा है।
शिवभक्तों पर बरसेंगे 25 क्विंटल फूल
🌺 हेलीकॉप्टर से शिवभक्तों पर 25 क्विंटल फूलों की वर्षा की जाएगी।
🌺 शिवरात्रि के अवसर पर 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।
🌺 प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्थाएं लागू की हैं।
प्रशासन सतर्क, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
🚨 24×7 कंट्रोल रूम सक्रिय – हर गतिविधि पर नजर
🚨 रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और घाटों पर सुरक्षा बढ़ाई गई
🚨 मेला क्षेत्र में प्रशासनिक गाड़ियों को छोड़कर अन्य वाहनों की एंट्री बंद
🚨 ट्रैफिक प्लान में बदलाव – श्रद्धालुओं को नजदीकी घाटों पर स्नान करने की सलाह
🚨 एयरफोर्स के जवान तैनात – ड्रोन से निगरानी
महाकुंभ 2025: आस्था की ऐतिहासिक गाथा
📌 68 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे।
📌 दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन का सफल समापन।
📌 महाकुंभ में आने वाली श्रद्धालुओं की संख्या भारत और चीन के बाद तीसरी सबसे बड़ी आबादी के बराबर।
➡️ महाशिवरात्रि पर पुण्य स्नान का यह पर्व आस्था, एकता और भारतीय संस्कृति की शक्ति का प्रतीक है।