Darbhanga | दरभंगा की मेयर अंजुम आरा (Mayor Anjum Ara) ने होली और जुमा को लेकर दिए अपने बयान पर खेद जताया है। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं था, दरभंगा मेयर अंजुम आरा ने कहा, “मैंने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया है…लेकिन मेरी सिर्फ इतनी मंशा थी कि दरभंगा शहर में शांतिपूर्वक ढंग से त्योहार हो। इसी संदर्भ में मैंने…।
क्या कहा Mayor Anjum Ara ने?
➡ Mayor Anjum Ara ने कहा,
“अगर किसी को मेरी बातों से ठेस पहुंची है, तो मैं खेद व्यक्त करती हूं। मेरा मकसद रोक लगाने का नहीं था, बल्कि शांति बनाए रखने का था।”
➡ उन्होंने कहा कि दरभंगा में पहले भी रामनवमी और मोहर्रम एक साथ पड़े हैं, और आपसी सहमति से जुलूस के समय में बदलाव हुआ था।
“मैंने बस यही सोचकर कहा था कि दरभंगा में सभी पर्व शांति और सौहार्द के साथ मनाए जाएं।”#WATCH दरभंगा, बिहार: अपने बयान ‘जुमे की नमाज के लिए होली खेलने पर थोड़ी देर का ब्रेक लगा देना चाहिए’, पर दरभंगा मेयर अंजुम आरा ने कहा, “मैंने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया है…लेकिन मेरी सिर्फ इतनी मंशा थी कि दरभंगा शहर में शांतिपूर्वक ढंग से त्योहार हो। इसी संदर्भ में मैंने… pic.twitter.com/l5lGfhXgMS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2025
क्या था पूरा मामला?
➡ 11 मार्च को अंजुम आरा ने अपील की थी कि 12:30 बजे से 2 बजे तक होली खेलने पर रोक लगाई जाए, ताकि मुस्लिम समुदाय जुमे की नमाज अदा कर सके।
➡ उनके इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया और सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना होने लगी।
➡ बाद में उन्होंने सफाई देते हुए बयान वापस ले लिया और माफी मांग ली।
प्रशासन की क्या है प्रतिक्रिया?
➡ प्रशासन की ओर से साफ किया गया है कि होली और जुमा को लेकर कोई आधिकारिक रोक नहीं लगाई गई है।
➡ शहर में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
दरभंगा के MP गोपाल जी ठाकुर ने कहा –
दरभंगा मेयर अंजुम आरा का होली पर्व को लेकर दिया गया बयान अति निंदनीय है।
संवैधानिक पद पर बैठ कर इस तरह का वक्तव्य देकर सनातनियों की भावना भड़काने का काम नहीं करें।
मिथिला की भूमि शांति और सौहार्द की भूमि है।
मां जानकी की जन्मभूमि है।
यहां के लोग प्रति वर्ष होली पर्व आपसी… pic.twitter.com/bdbCo8svSz
— Gopal Jee Thakur (मोदी का परिवार) (@gopaljeebjp) March 12, 2025
क्या कहते हैं लोग?
➡ कुछ लोगों ने मेयर के बयान का समर्थन किया, जबकि कुछ लोगों ने इसे अनावश्यक हस्तक्षेप बताया।
➡ अब जब अंजुम आरा ने माफी मांग ली है, तो उम्मीद की जा रही है कि मामला शांत हो जाएगा।
सियासी विवाद: बीजेपी और जेडीयू ने जताई कड़ी आपत्ति
बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया:
✅ बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा, “हर बार हिंदू ही क्यों संयम बरतें?”
✅ बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल बोले, “अगर किसी को रंग से परहेज है तो वह घर से बाहर न निकले।”
✅ दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा, “संवैधानिक पद पर बैठकर ऐसा बयान देना निंदनीय है। मिथिला शांति और सौहार्द की भूमि है, यहां ऐसा नहीं चलेगा।”
जेडीयू और कांग्रेस का बयान:
✅ जेडीयू मंत्री मदन सहनी ने कहा, “होली और नमाज, दोनों शांतिपूर्वक होंगे।”
✅ मंत्री नितिन नवीन ने इसे “भड़काऊ बयान” बताया और कहा कि सरकार इसे संज्ञान में लेगी।
✅ कांग्रेस विधायक अनील शर्मा बोले, “त्योहारों को हिंदू-मुस्लिम में बांटना गलत है।”
संभल (UP) में भी गरमाई सियासत
➡ संभल के सीओ अनुज चौधरी ने कहा था कि होली साल में एक बार आती है, जुमा 52 बार आता है।
➡ उन्होंने कहा, “अगर किसी को रंग से परहेज है तो घर से बाहर न निकलें और घर पर ही नमाज अदा करें।”
➡ इस बयान पर भी राजनीतिक बहस तेज हो गई।
निष्कर्ष:
दरभंगा की मेयर अंजुम आरा के बयान ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया। बीजेपी और जेडीयू ने कड़ी आपत्ति जताई, जबकि प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दोनों त्योहार शांति और सौहार्द के साथ मनाए जाएंगे। मेयर ने बयान पर खेद जताते हुए सफाई दी है, लेकिन राजनीतिक विवाद अभी भी जारी है।