Darbhanga / Patna | बिहार सरकार स्ट्रीट वेंडर्स को कानूनी संरक्षण और स्थायी व्यापारिक स्थान देने के लिए वेंडिंग जोन का निर्माण कर रही है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के तहत दरभंगा में 1 वेंडिंग जोन बनाया गया है, जहां 67 वेंडर्स को पुनर्वासित किया गया है।
यह पहल अतिक्रमण की समस्या को कम करने के साथ-साथ व्यवस्थित व्यापार को बढ़ावा देने में मदद कर रही है। स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट, 2014 और बिहार की 2017 विनियमन नियमावली के तहत इन्हें कानूनी मान्यता, सुरक्षा और स्थायी व्यापार का अवसर मिल रहा है।
बिहार सरकार स्ट्रीट वेंडर्स (फुटपाथ विक्रेताओं) को सुरक्षित और स्थायी व्यापारिक स्थान देने के लिए वेंडिंग जोन निर्माण की मुहिम चला रही है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के तहत अब तक 25 वेंडिंग जोन बनाए जा चुके हैं, जिनमें 1685 वेंडर्स को पुनर्वासित किया गया है।
इन जिलों में बने वेंडिंग जोन
पटना – 17 वेंडिंग जोन (1023 वेंडर्स)
सीतामढ़ी – 3 वेंडिंग जोन (170 वेंडर्स)
बिहिया – 1 वेंडिंग जोन (65 वेंडर्स)
भागलपुर – 1 वेंडिंग जोन (152 वेंडर्स)
मोतिहारी – 1 वेंडिंग जोन (104 वेंडर्स)
दरभंगा – 1 वेंडिंग जोन (67 वेंडर्स)
बक्सर – 1 वेंडिंग जोन (104 वेंडर्स)
सरकार का कानूनी संरक्षण
द स्ट्रीट वेंडर्स (प्रोटेक्शन ऑफ लाइवलीहुड एंड रेगुलेशन ऑफ स्ट्रीट वेंडिंग) एक्ट, 2014 लागू।
बिहार में 2017 में जीविका संरक्षण एवं फुटपाथ विक्रय विनियमन नियमावली लागू।
वेंडर्स को कानूनी मान्यता, सुरक्षा और स्थायी व्यापार का अवसर।
सरकार की पहल के लाभ
वेंडर्स को व्यवस्थित और सुरक्षित स्थान मिला।
शहरों में अतिक्रमण की समस्या कम हुई।
शहरी सौंदर्यीकरण में सुधार।
आम जनता को किफायती दरों पर वस्तुएं आसानी से उपलब्ध।
बिहार सरकार वेंडिंग जोन निर्माण की प्रक्रिया को तेज कर रही है, जिससे अधिक से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को लाभ मिल सके और वे कानूनी रूप से अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से चला सकें।