नई दिल्ली/इस्लामाबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से लिए गए दंडात्मक कूटनीतिक फैसलों से पाकिस्तान बुरी तरह से बौखला गया है। भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित, राजनयिक संबंधों में कटौती, और अटारी चौकी बंद करने जैसे फैसलों की घोषणा की है।
भारत ने क्या फैसले लिए?
सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है।
अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है… — PM MODI in Madhubani
राजनयिक स्टाफ की संख्या घटाकर 55 से 30 की जाएगी (1 मई तक)।
अटारी बॉर्डर चौकी बंद कर दी गई है।
पीएम मोदी ने जेद्दा से लौटते समय पाकिस्तानी एयरस्पेस को बायपास किया।
पाकिस्तान का गुस्सा और जवाबी कार्रवाई
पाकिस्तानी रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत पर “झूठे हमले का नाटक” करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के दुस्साहस का जवाब अभिनंदन स्टाइल में देगा। कहा-पाकिस्तान से गुजरा कोई भी प्लेन तो…भारत को अभिनंदन स्टाइल में जवाब देंगे।
भारतीय फ्लाइट्स के लिए एयर स्पेस बंद कर दिया गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने बुलाई।
“भारत ने जानबूझकर फैसला लिया” – इशाक डार
डिप्टी पीएम व विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत के फैसलों को “जल्दबाजी में उठाया गया कदम” बताया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इसका जवाब उचित समय पर देगा।
भारत का संदेश: आतंक के समर्थन की कीमत चुकानी होगी
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत आतंकी हमले के दोषियों को सज़ा दिलाएगा।
उन्होंने कहा, “जब तक पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद का समर्थन विश्वसनीय रूप से नहीं रोकता, तब तक सिंधु जल संधि निलंबित रहेगी।”