सतीश झा, दरभंगा (बेनीपुर) – विद्युत अवर प्रमंडल बेनीपुर की लापरवाही की वजह से डिग्री महाविद्यालय घोघेया लक्ष्मणपुर में गुरुवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। तेज पछुआ हवा में 440 केवीए ट्रांसफार्मर में अचानक आग लग गई, जिससे कॉलेज परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है… — PM MODI in Madhubani
छात्रों और कर्मियों की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
घटना के दौरान कॉलेज के शिक्षक और छात्र तत्परता दिखाते हुए विद्युत विभाग को तुरंत सूचना दी और विद्युत आपूर्ति को तत्काल काटा गया। इसके बाद मिट्टी और बालू की मदद से आग पर काबू पाया गया। गनीमत रही कि समय रहते आग बुझा दी गई, वरना प्राण और संपत्ति की बड़ी क्षति हो सकती थी।
प्राचार्य ने जताया विभागीय उदासीनता पर आक्रोश
महाविद्यालय के प्राचार्य विजय कुमार ने बताया कि विभाग को कई बार ट्रांसफार्मर स्थानांतरण के लिए पत्र भेजा गया है, लेकिन विभाग ने सिर्फ सिफ्टिंग चार्ज भेजकर पल्ला झाड़ लिया। 4 मई 2024 को भी पत्रांक 109 के माध्यम से अधीक्षण अभियंता को चिट्ठी भेजी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बजट नहीं, जिम्मेदारी नहीं – किसकी गलती?
प्राचार्य ने कहा, “कॉलेज को सिफ्टिंग जैसे कार्यों के लिए कोई सरकारी फंड नहीं मिलता।” दूसरी ओर, विद्युत विभाग के बड़े अधिकारी फोन उठाना तक मुनासिब नहीं समझते। जबकि कनीय अभियंता का कहना है कि “सूचना मिलते ही बिजली आपूर्ति रोकी गई और मरम्मत कर आपूर्ति बहाल की गई।”
अधिकारी फोन नहीं उठाते, जूनियर इंजीनियर ने दी सफाई
वरिष्ठ अधिकारी फोन उठाना भी जरूरी नहीं समझते, वहीं कनीय अभियंता ने बताया कि सूचना मिलते ही बिजली आपूर्ति रोकी गई और मरम्मत कर आपूर्ति बहाल की गई।