पटना/दरभंगा, देशज टाइम्स। लौकही और बलवाघाट सिंचाई योजनाओं की समीक्षा बैठक में भू-अर्जन के लंबित भुगतान को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए गए हैं। सिंचाई विभाग द्वारा बलवाघाट बराज सह सिंचाई योजना (दरभंगा) और लौकही सिंचाई योजना (मधुबनी) की प्रगति की समीक्षा मंगलवार को पटना स्थित सिंचाई भवन में की गई। बैठक में भू-अर्जन प्रक्रिया की बाधाओं को शीघ्र दूर करने पर विशेष जोर दिया गया।
लंबित मुआवजे के भुगतान पर जोर
प्रधान सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन भूमि धारकों का मुआवजा भुगतान लंबित है, उसे प्राथमिकता पर शीघ्र निष्पादित किया जाए। उन्होंने कहा कि भुगतान में देरी से योजनाओं के निर्माण कार्यों में बाधा आ रही है, जो कतई स्वीकार्य नहीं है।
गुणवत्ता व समय-सीमा पर सख्ती
सभी कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिए गए कि कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा हो। निर्माण की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।
प्रमुख अधिकारी रहे उपस्थित
समीक्षा बैठक में इन वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही अपर सचिव श्री नवीन, मुख्य अभियंता (योजना एवं मॉनिटरिंग) ब्रजेश मोहन, मुख्य अभियंता (सिंचाई सृजन) श्री शम्स परवेज, संबंधित कार्यपालक अभियंता व संवेदकगण।
जनहित में प्रभावी योजनाएं
बलवाघाट सिंचाई योजना दरभंगा क्षेत्र के किसानों के लिए जीवनरेखा है। वहीं, लौकही (लक्ष्मीपुर, बिहल नदी) वियर योजना मधुबनी क्षेत्र की कृषि व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायक होगी।