बिहार की सबसे “रईस अफसर” करोड़ों की मालकिन “रिश्वत की रानी” श्वेता मिश्रा के काले कारनामों का पर्दाफाश, विजिलेंस का शिकंजा-बड़ा छापा!रिश्वत, फर्जी सुनवाई और गलत दस्तावेज की साजिश।”आरा में दाग, कटिहार में छापा!” श्वेता मिश्रा के काले कारनामों की खुलने लगी परत। पटना से गई विशेष टीम ने कटिहार में मारा छापा! श्वेता मिश्रा की अकूत संपत्ति उजागर@कटिहार,देशज टाइम्स।
कटिहार में बड़ी कार्रवाई: लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के ठिकानों पर विजिलेंस का छापा
कटिहार/पटना, देशज टाइम्स– बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम के तहत एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) की टीम ने मंगलवार को लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्वेता मिश्रा के कटिहार स्थित ठिकानों पर छापेमारी की। टीम पटना मुख्यालय से पहुंची और अब तक की जानकारी के अनुसार, संपत्ति का विस्तृत आकलन किया जा रहा है।
कौन हैं श्वेता मिश्रा, जिनके खिलाफ लगे हैं गंभीर आरोप?
पूर्व में भूमि सुधार उपसमाहर्ता (आरा सदर) रह चुकी हैं। दाखिल-खारिज में रिश्वत मांगने, अनियमित फैसले लेने, और भ्रष्ट कार्यशैली के आरोप हैं। जानबूझकर गलत दस्तावेज भेजने और बाहरी व्यक्ति से कार्य करवाने के गंभीर आरोप हैं। पूर्व में भोजपुर डीएम ने ऑफिस में दबिश दी थी, जहां बाहरी व्यक्ति को रंगे हाथों पकड़ा गया है।
श्वेता मिश्रा के खिलाफ पुराने आरोप भी आए जांच के घेरे में
दाखिल-खारिज आवेदन पास करने के लिए रिश्वत की मांग करती थी। बिना सूचना के अपील मामलों को रद्द करने की शिकायतें मिलीं। अदालत के आदेशों को गलत जगह भेजना, जिससे न्याय प्रक्रिया प्रभावित हुई हैं। राजस्व विभाग की जांच में सामने आया कि वे बाहरी व्यक्तियों की मदद से विभागीय कार्य करवा रही थीं।
SVU की छापेमारी से हड़कंप
पटना मुख्यालय से पहुंची विजिलेंस टीम ने कटिहार व मनिहारी के कई ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। वित्तीय दस्तावेज, प्रॉपर्टी पेपर्स, और इलेक्ट्रॉनिक डेटा को खंगाला जा रहा है।अभी तक की जांच में कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं, मूल्यांकन जारी है।
बैकग्राउंड: आरा से कटिहार तबादला के पीछे क्या थी वजह?
श्वेता मिश्रा को पहले आरा सदर से हटाकर कटिहार के मनिहारी अनुमंडल में भेजा गया था। तब भोजपुर डीएम द्वारा की गई कार्रवाई में कई अनियमितताएं उजागर हुई थीं। पद पर रहते हुए अधिकारों का दुरुपयोग करने के आरोपों के कारण ही उनका तबादला किया गया था।