बिहार के नामी B.Ed कॉलेजों पर बड़ी कार्रवाई! नामांकन पर लगी रोक, छात्रों में हड़कंप।B.Ed की पढ़ाई का सपना टूटेगा? बिहार के 12+ कॉलेजों को NCTE का कारण बताओ नोटिस। दरभंगा समेत बिहार के कई B.Ed कॉलेजों पर गिरी गाज! NCTE ने रोकी नामांकन प्रक्रिया।बिहार में B.Ed कॉलेजों की पोल खुली! जांच में फेल, नामांकन पर लगा ब्रेक।सावधान! इन B.Ed कॉलेजों में ना लें एडमिशन।नामांकन से पहले ज़रूर पढ़ें ये रिपोर्ट! इन कॉलेजों की मान्यता खतरे में – NCTE की जांच में खुला बड़ा खेल।बिहार के B.Ed कॉलेजों की हालत चिंताजनक! छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है@पटना,देशज टाइम्स।
Bullets Summary):12+ B.Ed कॉलेजों को NCTE का नोटिस
12+ B.Ed कॉलेजों को NCTE का कारण बताओ नोटिस। कई कॉलेजों की नामांकन प्रक्रिया पर रोक संभव।शिक्षकों की कमी, बुनियादी ढांचे का अभाव, FD जमा नहीं प्रमुख वजह। SM जाहिर आलम TTC (दरभंगा) समेत कई नामी संस्थान शामिल। 339 कॉलेजों में नामांकन प्रक्रिया जारी, अंतिम तिथि 15 जुलाई। छात्रों को दाखिले से पहले मान्यता जांचने की सलाह। उच्च शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों की निगरानी पर सवाल
बिहार के दर्जनों B.Ed कॉलेजों पर लटकी मान्यता रद्द की तलवार | NCTE का कारण बताओ नोटिस, नामांकन प्रक्रिया पर रोक संभव
पटना/दरभंगा, देशज टाइम्स। बिहार में शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों (B.Ed कॉलेजों) की गुणवत्ता को लेकर राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने सख्त कदम उठाया है। एक दर्जन से अधिक B.Ed कॉलेजों को “कारण बताओ” नोटिस जारी किया गया है, जबकि कई संस्थानों की नामांकन प्रक्रिया रोकने की तैयारी भी चल रही है। इससे हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है।
बुनियादी मानकों में भारी खामियां
NCTE की जांच में निम्नलिखित मुख्य खामियां पाई गई है। इसमें योग्य शिक्षकों की भारी कमी। पुस्तकालय, कक्षा और भवन जैसी संरचनात्मक कमियां। फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) जमा नहीं करना। न्यूनतम बुनियादी सुविधाओं का अभाव समेत बिना इन मानकों के कोई भी B.Ed संस्थान वैध नहीं माना जा सकता।
कई प्रतिष्ठित कॉलेज भी लपेटे में
नोटिस प्राप्त संस्थानों में शामिल प्रमुख कॉलेजों में एसएम जाहिर आलम टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, दरभंगा, चंद्रगुप्त मौर्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बिहटा (पटना), कांति देवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, पटना, आर्यभट्ट टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, दुल्हिन बाजार (पटना), बैद्यनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन, नवादा, राजमुनी देवी बीएड कॉलेज, औरंगाबाद, साईं बीएड एंड डीएलएड कॉलेज, रोहतास, प्रह्राद राय टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, बक्सर शामिल हैं।
संबद्ध विश्वविद्यालयों की भूमिका पर भी सवाल
इन कॉलेजों की संबद्धता मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) और बीएन मंडल विश्वविद्यालय से है। कुछ कॉलेजों को बीएन मंडल विश्वविद्यालय से हटाकर पूर्णिया विश्वविद्यालय में स्थानांतरित करने की भी योजना है। कई संस्थानों को FD तुरंत जमा करने का निर्देश भी दिया गया है। अन्यथा, मान्यता रद्द करने की कार्रवाई तय है।
छात्रों के लिए चेतावनी
वर्तमान नामांकन सत्र में कुल 339 B.Ed कॉलेजों में सीटें उपलब्ध हैं। प्रथम चरण में 36,000 से अधिक सीटों के लिए मेधा सूची (Merit List) जारी हो चुकी है। नामांकन की अंतिम तिथि: 15 जुलाई 2025
छात्रों को सलाह: दाखिले से पहले संस्थान की NCTE मान्यता, बुनियादी सुविधाएं और यूनिवर्सिटी संबद्धता की जांच जरूर करें।
उच्च शिक्षा विभाग और यूनिवर्सिटी प्रशासन की जिम्मेदारी तय
इस पूरे मामले से उच्च शिक्षा विभाग और संबंधित विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं कि समय-समय पर निरीक्षण और मूल्यांकन नहीं किया गया है। NCTE की शर्तों का पालन नहीं करवाया गया। कॉलेजों को मनमानी करने की खुली छूट मिल गई। अब देखना यह है कि राज्य सरकार और संबंधित निकाय इन कमियों को कब तक और कैसे दूर करते हैं।