प्रभाष रंजन, दरभंगा | सिपाही भर्ती परीक्षा (Constable Recruitment Exam) के दौरान पेपर लीक (question paper leak) की कोशिश का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। लहेरियासराय थाना की पुलिस ने इस मामले में दो लोगों — नीतीश कुमार (निवासी: खगड़िया) और सुनील राय (निवासी: डीएमसीएच क्षेत्र, दरभंगा) — को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
परीक्षा केंद्र पर वीडियोग्राफर ने मोबाइल से खींची प्रश्न पत्र की फोटो
घटना महारानी कल्याणी कॉलेज, दरभंगा की है, जो इस परीक्षा के लिए एक प्रमुख केंद्र था। वहां प्रशासन द्वारा नियुक्त एक वीडियोग्राफर सुनील राय ने परीक्षा के दौरान मोबाइल से प्रश्न पत्र का फोटो खींचा। नीतीश कुमार, जो इस केंद्र पर परीक्षा दे रहा था, उसके प्रश्न पत्र की फोटो उसके रोल नंबर के साथ मोबाइल में पाई गई।
वीडियोग्राफर का मोबाइल और टैब हॉल में कैसे पहुंचे, जांच जारी
प्रश्न उठता है कि एक वीडियोग्राफर मोबाइल और टैब लेकर परीक्षा हॉल में घूम कैसे रहा था। क्या यह सुरक्षा में चूक थी या किसी सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा? प्रशासन अब परीक्षा केंद्राधीक्षक और कक्ष में तैनात शिक्षकों की भूमिका की भी जांच कर रहा है।
पुलिस ने की तत्परता से कार्रवाई, आरोपी खगड़िया से गिरफ्तार
वीडियोग्राफर सुनील राय द्वारा मोबाइल में फोटो पाए जाने के बाद, प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए नीतीश कुमार को खगड़िया से गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद दोनों को शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
ADDM बोले – परीक्षा पर असर नहीं पड़ा, लेकिन यह गंभीर मामला
अनिल कुमार, अपर जिला दंडाधिकारी (एडीएम) सह मुख्य सहायक परीक्षा नियंत्रक ने स्पष्ट किया कि:
“प्रश्न पत्र का कुछ अंश परीक्षा के बाद वायरल हुआ, लेकिन परीक्षा की सुरक्षा और निष्पक्षता पर कोई असर नहीं पड़ा।”
उन्होंने यह भी कहा कि यदि वीडियोग्राफर ने जानबूझकर किसी को पेपर भेजा है तो उसकी तहकीकात की जाएगी।
केंद्राधीक्षक को हटाया गया, और लोग भी दोषी
इस घटना के बाद, महारानी कल्याणी कॉलेज के केंद्राधीक्षक को परीक्षा कार्य से हटा दिया गया है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि क्लासरूम में तैनात वीक्षक और अन्य शिक्षक भी इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
इससे पहले भी पकड़े जा चुके हैं ‘मुन्ना भाई’
यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी सरकारी नौकरी परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी (Munna Bhai) पकड़े गए हैं, लेकिन सरगनाओं तक प्रशासन अब तक नहीं पहुंच पाया है। यह जांच इसी दिशा में एक अगला कदम हो सकता है।
20 जुलाई को फिर है परीक्षा, प्रशासन अलर्ट
20 जुलाई 2025 को अगला सिपाही भर्ती परीक्षा चरण आयोजित होने वाला है। ऐसे में प्रशासन ने सुरक्षा और निगरानी को और सख्त करने के निर्देश दिए हैं। सदर एसडीपीओ राजीव कुमार ने मीडिया को बताया:
“फोटो खींचने वाले आरोपी की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रश्न पत्र वायरल नहीं हुआ, लेकिन घटना के पीछे की साजिश की जांच की जा रही है।”
निष्कर्ष: परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना न केवल बिहार में सरकारी भर्ती परीक्षा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस तरह से तकनीक का गलत उपयोग करके परीक्षा प्रणाली को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन द्वारा जल्द ही इस पूरे षड्यंत्र का उद्भेदन करने की उम्मीद है। इससे परीक्षा में भाग ले रहे लाखों अभ्यर्थियों को न्याय और पारदर्शिता का भरोसा मिल सकेगा।