कमतौल (दरभंगा), देशज टाइम्स। महिला सशक्तिकरण और स्थानीय स्तर पर रोजगार (Local Employment) सृजन की दिशा में बड़ी पहल करते हुए जाले प्रखंड के राढ़ी स्थित अनमोल जीविका संकुल संघ में शनिवार से 7 दिवसीय सिलाई-कटाई प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में 25 जीविका दीदियों ने भाग लिया है, जबकि आगामी 15 दिनों में 100 दीदियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।@आंचल कुमारी, कमतौल-दरभंगा, देशज टाइम्स।
दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम का उद्घाटन बीपीएम देवदत्त झा एवं अनमोल संकुल संघ की अध्यक्ष सुमित्रा देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर जीविकोपार्जन विशेषज्ञ अभिषेक कुमार ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम बताया।
प्रशिक्षण से क्या होगा फायदा?
बीपीएम देवदत्त झा ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य जीविका दीदियों को हुनरमंद बनाकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर करना है। प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए बच्चों की पोशाकें (पैंट-शर्ट, स्कर्ट-शर्ट) सिल सकेंगी। इससे उन्हें स्थायी और सम्मानजनक रोजगार भी मिलेगा।
प्रमुख तथ्य | विवरण |
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स्थान | अनमोल जीविका संकुल संघ, राढ़ी, जाले प्रखंड |
प्रशिक्षण अवधि | 7 दिन (प्रथम चरण) |
लक्ष्य | 15 दिन में 100 दीदियों को प्रशिक्षित करना |
लाभ | स्थानीय पोशाक निर्माण, रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण |
आंगनवाड़ी केंद्र | 328 |
पंजीकृत बच्चे | लगभग 12,000 |
पोशाक निर्माण | जीविका दीदियों द्वारा स्थानीय स्तर पर |
सरकार की दूरदर्शी पहल
देवदत्त झा ने बताया कि अब पोशाक निर्माण का कार्य स्थानीय जीविका दीदियों को सौंपा जाएगा, जिससे बाहर से खरीद की जरूरत समाप्त होगी और ग्रामीण महिलाओं को सीधा लाभ मिलेगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद महिलाओं को मशीन, सामग्री और तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाएगी।
मौके पर उपस्थित
कार्यक्रम में क्षेत्रीय समन्वयक बिपिन कुमार, सोफिया, मुख्य प्रशिक्षक शाहनवाज, प्रेम कुमार, आरती कुमारी और गुड्डू कुमार समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।