बिहार में बाढ़ का कहर! डूबता बिहार! कोसी, गंडक, घाघरा, पुनपुन – एक-एक कर सभी नदियां कहर बरपा रही हैं। गंगा-कोसी उफान पर, कई ज़िले जलमग्न – सरकार ने जारी किया अलर्ट। घर ढहा, पुल टूटा, गांवों का संपर्क कटा – प्रशासन अलर्ट पर। ‘बिहार की शोक’ कोसी नदी फिर बेकाबू! खतरे के निशान से ऊपर जलस्तर, हालात बेकाबू। गंगा खतरे के निशान से ऊपर! बाढ़ प्रभावित गांवों में हाहाकार! अब जनता मांग रही युद्धस्तर पर राहत कार्य। बरसात और नेपाल से छोड़े गए पानी ने मचाई तबाही! NDRF-SDRF टीमें तैनात। पटना, भागलपुर, कहलगांव के हालात बिगड़े – देखें ज़िले वार रिपोर्ट@देशज टाइम्स टीम की रिपोर्ट।
उत्तर बिहार में बाढ़ का कहर! गंगा-कोसी समेत 10 नदियां उफान पर, गांवों का संपर्क टूटा, कई घर ढहे
उत्तर बिहार में बाढ़ (Flood in North Bihar) का संकट गहराता जा रहा है। बीते कुछ दिनों की भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण गंगा, कोसी, गंडक, पुनपुन, कमला बलान सहित दस नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई जिलों में हालात बेकाबू हो चुके हैं, सड़कें टूटीं, घर गिरे और सैकड़ों गांवों का संपर्क पूरी तरह कट गया।
गंगा का जलस्तर पटना-भागलपुर में खतरे के ऊपर, कोसी ने फिर दिखाया रौद्र रूप
गंगा नदी का जलस्तर पटना में गांधी घाट पर खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर दर्ज किया गया। भागलपुर में 10 सेमी और कहलगांव में 13 सेमी ऊपर पहुंच चुका है। बक्सर में अगले 24 घंटे में खतरे का निशान पार करने की आशंका है।
कोसी बनी फिर ‘बिहार की शोक’ – खगड़िया और सहरसा के लिए खतरा
कोसी नदी, जो ‘बिहार की शोक’ कही जाती है, खगड़िया में खतरे से ऊपर बह रही है।सुपौल, सहरसा, डुमरी, बलतारा, कुरसेला में भी स्थिति गंभीर होने की आशंका है।
गंडक, कमला बलान, महानंदा, घाघरा समेत कई नदियां उफान पर
पुनपुन नदी पटना में खतरे के निशान पार कर चुकी है। गंडक, बूढ़ी गंडक, भूतही बलान, सोन, महानंदा और घाघरा नदियों में 10 से 48 सेमी तक जलस्तर बढ़ने का अनुमान।
झाझा में पुल धंसा, दर्जनों गांवों का संपर्क कटा, एक की मौत
जमुई जिले के बरमसिया पुल का एक हिस्सा धंस गया, जिससे झाझा और सोनो प्रखंड के गांवों का संपर्क टूट गया। बाराकोला पंचायत के पचकठिया गांव में कच्चा घर गिरने से 49 वर्षीय मोहन खैरा की मौत हो गई।
तारापुर रोड फिर ठप, हजारों यात्री फंसे
हवेली खड़गपुर–तारापुर मार्ग का डायवर्जन फिर डंगरी नदी में बह गया। टेटियाबंबर प्रखंड का संपर्क टूट गया। यह डायवर्जन इस महीने तीसरी बार बहा है।
NDRF-SDRF तैनात, तटबंधों पर 24×7 निगरानी
जल संसाधन विभाग ने अलर्ट जारी किया है। सभी तटबंधों पर चौबीसों घंटे निगरानी का आदेश। NDRF और SDRF की टीमें संवेदनशील जिलों में तैनात। तटीय गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह।
जनता की मांग – राहत कार्य हो युद्धस्तर पर
बाढ़ प्रभावित लोगों ने राज्य और केंद्र सरकार से राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने की मांग की है ताकि जान-माल की क्षति को कम किया जा सके।
बाढ़ से तबाही: उत्तर बिहार की नदियां उफान पर, कई जिलों में हाई अलर्ट जारी
लगातार बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण बढ़ा संकट, गंगा-कोसी समेत आठ बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर चल रही हैं।
गंगा और कोसी नदी का रौद्र रूप
गंगा नदी का जलस्तर पटना, भागलपुर और कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर चला गया है। गांधी घाट (पटना) पर जलस्तर 20 सेमी ऊपर। भागलपुर में 10 सेमी, कहलगांव में 13 सेमी। बक्सर में अगले 24 घंटे में खतरे के निशान से ऊपर जाने की संभावना। कोसी नदी, जिसे ‘बिहार की शोक‘ कहा जाता है, खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जल्द ही डुमरी, बलतारा, सहरसा, सुपौल और कुरसेला में स्थिति गंभीर हो सकती है।
अन्य नदियों में भी जलस्तर में तेजी
पुनपुन नदी पटना में खतरे के निशान पार पर है। गंडक, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा, घाघरा – जलस्तर में 10 से 48 सेमी की वृद्धि। भूतही बलान और सोन नदियों में भी उफान की आशंका है।
इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान
जमुई के बरमसिया पुल का हिस्सा धंसने से झाझा-सोनो प्रखंड का संपर्क टूटा। पचकठिया (बाराकोला पंचायत) में कच्चा घर ढहने से 49 वर्षीय मोहन खैरा की मौत।हवेली खड़गपुर-तारापुर मार्ग फिर ठप, डंगरी नदी पर अस्थायी डायवर्जन बह गया।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन का अलर्ट
जल संसाधन विभाग ने सभी तटबंधों की 24×7 निगरानी का आदेश दिया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें संवेदनशील जिलों में तैनात। तटीय गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।