चांडिल (झारखंड), 9 अगस्त 2025 – झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल में शनिवार तड़के सुबह एक भीषण रेल हादसा हुआ, जब दो मालगाड़ियां आमने-सामने टकरा गईं। हादसे में 20 से अधिक डिब्बे पटरी से उतर गए और लोकोमोटिव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे दक्षिण पूर्व रेलवे के चांडिल-टाटानगर सेक्शन पर रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
हादसे का स्थान और समय
स्थान: चांडिल रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किमी दूर, पोल संख्या 375/22 के पास। समय: सुबह लगभग 4:15 बजे। ट्रेन मार्ग: पहली मालगाड़ी टाटानगर से बोकारो जा रही थी। दूसरी मालगाड़ी बोकारो से टाटानगर आ रही थी।
कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक जांच में सिग्नलिंग सिस्टम में तकनीकी खामी की आशंका जताई जा रही है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों ट्रेनों के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और पटरियों पर मलबा फैल गया, जिससे अप और डाउन दोनों रेल लाइनें बंद हो गईं।
राहत और बचाव कार्य
सूचना मिलते ही दक्षिण पूर्व रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, दुर्घटना राहत ट्रेन और मेडिकल टीम मौके पर पहुंची। आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में शामिल हुए। चालक दल के कुछ सदस्यों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। भारी मशीनों से मलबा हटाने और ट्रैक बहाली का कार्य जारी है।
ट्रेन सेवाओं पर असर
रूट | स्थिति | कार्रवाई |
---|---|---|
चांडिल-टाटानगर | पूरी तरह ठप | ट्रेनों को डायवर्ट / रद्द किया गया |
चांडिल-बोकारो | पूरी तरह ठप | शॉर्ट-टर्मिनेशन |
अन्य मार्ग | आंशिक असर | यात्री सुविधा हेतु हेल्पडेस्क सक्रिय |
रेलवे अधिकारियों का बयान
वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक (आद्रा मंडल) विकास कुमार ने बताया:
“मालगाड़ी के पटरी से उतरने के कारण चांडिल के आसपास ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। ट्रैक बहाली का काम तेज़ी से चल रहा है, लेकिन इसमें 24 घंटे से अधिक समय लग सकता है।”
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और अपडेट के लिए रेलवे हेल्पलाइन या IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
प्रभाव का आकलन
माल परिवहन – बुरी तरह प्रभावित। यात्री सेवाएं – रद्द, डायवर्ट, या शॉर्ट-टर्मिनेट। ट्रैक बहाली – अनुमानित समय 24–30 घंटे। आर्थिक नुकसान – आकलन जारी। जांच – उच्चस्तरीय समिति गठित
पिछले हादसों से समानता
इससे पहले भी झारखंड और बंगाल के बीच कई बार सिग्नलिंग फॉल्ट और मालगाड़ी के डिरेल होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। रेलवे के अनुसार, मालगाड़ियों के भारी लोड और ट्रैक मेंटेनेंस में देरी से ऐसी घटनाएं बढ़ सकती हैं।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर
रेलवे हेल्पलाइन: 139, दक्षिण पूर्व रेलवे कंट्रोल रूम: 06587-, आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन: 1078