4 दिन से लापता 7वीं का छात्र मिला लाश बनकर, चेहरे पर तेजाब और गले पर फंदे के निशान। कमला पूजा देखने निकला था बेटा, गढ्ढे में मिली जली हुई लाश –तेजाब से जलाई मासूम की लाश@केवटी-दरभंगा,देशज टाइम्स।
केवटी प्रखंड के रैयाम में 7वीं के छात्र की हत्या, तेजाब से जलाने के बाद फेंकी गई लाश, ग्रामीणों में फूटा गुस्सा
गले पर फंदा – 750 मीटर दूर गढ्ढे में मिला छात्र का शव, ग्रामीणों का हंगामा –दरभंगा में बवाल, ग्रामीणों में रैयाम में छात्र की हत्या से फैला मातम! हजारों लोग जुटे, शव उठाने से रोका@केवटी-दरभंगा,देशज टाइम्स।
4 दिन से लापता था किशोर
दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड के रैयाम थाना क्षेत्र में शनिवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। गांव का 13 वर्षीय छात्र राजन कुमार पासवान, जो चार दिन से लापता था, उसका शव गांव से पश्चिम बगड़ा चौड़ के गड्ढे में मिला। मृतक नयागांव निवासी रामबली पासवान का बड़ा बेटा था। वह स्थानीय मध्य विद्यालय में सातवीं कक्षा का छात्र था।
तेजाब और फंदे के निशान से हत्या की पुष्टि
मृतक के शरीर पर तेजाब जैसी ज्वलनशील वस्तु के निशान पाए गए हैं। गले पर फंदे का गहरा निशान भी स्पष्ट है। इन सब संकेतों से यह संदेह से परे है कि यह मामला हत्या का है और लाश कहीं और मारकर यहां फेंकी गई है।
13 अगस्त को हुआ था लापता
परिजनों के अनुसार, 13 अगस्त की सुबह राजन अपने घर से दादा के लिए दवा लाने निकला था। रास्ते में वह कमला पूजा स्थल गया था, जहां उसे शाम तक देखा गया। लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। 14 अगस्त को परिजनों ने रैयाम थाना में उसके लापता होने की लिखित शिकायत भी दर्ज कराई थी।
घास काटने गई महिलाओं ने देखा शव
शनिवार को गांव की कुछ महिलाएं बगड़ा चौड़ के पास घास काटने गई थीं। उसी दौरान उनकी नजर तालाबनुमा गड्ढे में पड़ी नाबालिग की लाश पर पड़ी। हैरानी की बात यह है कि कल तक गड्ढे में शव मौजूद नहीं था। परिजनों ने उसी स्थान पर पहले खोजबीन भी की थी। मृतक की साइकिल भी गड्ढे के पास बरामद हुआ।
ग्रामीणों का पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
लाश मिलने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। हजारों लोग घटनास्थल पर जुट गए।उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से रोक दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि जब तक निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा।
राजन का शव मिलने के बाद पहुंची रैयाम पुलिस को परिजनों तथा ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर पुलिस को शव उठाने से रोक दिया। सूचना मिलते हीं सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी, एसडीपीओ कमतौल शुभेंद्र कुमार सुमन, के साथ केवटी, औंसी ओपी सहित अन्य थाने की पुलिस पहुंचने के लोगों को समझा बुझाकर शांत किया गया।
पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी
स्थिति को संभालने के लिए कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची—इसमें रैयाम थाना के अलावे केवटी, कमतौल, भालपट्टी, विश्वविद्यालय समेत अन्य थानों की पुलिस मौजूद थी। इसके साथ ही सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी, एसडीपीओ कमतौल शुभेंद्र कुमार सुमन, कमतौल इंस्पेक्टर सुरेश राम समेत और भी पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम ने भी जांच की।
एफआईआर दर्ज और आगे की कार्रवाई
रैयाम थाना अध्यक्ष रौशन कुमार ने बताया कि— 14 अगस्त को लापता होने का एफआईआर दर्ज किया गया था। अब शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीर जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
परिजनों पर टूटा दु:ख का पहाड़
मृतक के घर में कोहराम मच गया है। पिता रामबली पासवान, जो मजदूरी कर परिवार चलाते हैं, बेसुध हो गए। मां सुनीता देवी का रो-रोकर हाल बेहाल है। गांव की महिलाएं और पुरुष भी भावुक होकर परिजनों को ढाढ़स बंधाते नजर आए।
ग्रामीणों-परिजनों ने प्रशासन से मांगी निष्पक्ष जांच की मांग
ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन से स्पष्ट कहा कि— इस घटना में शामिल दोषियों की जल्द गिरफ्तारी हो। पुलिस की लापरवाही की जांच हो। पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से मुआवजा और सुरक्षा मिले।
किशोर की हत्या की त्वरित जांच पर जोर
यह घटना न केवल एक किशोर की हत्या है, बल्कि ग्रामीणों में कानून व्यवस्था को लेकर गहरा अविश्वास भी उजागर करती है। दरभंगा जिला प्रशासन और बिहार पुलिस को चाहिए कि इस मामले की तेजी से और निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाए।