सहरसा में 5 करोड़ का पुल 15 दिन में ढह गया! 15 दिन में 5 करोड़ का पुल ध्वस्त – करोड़ों खर्च, लेकिन 15 दिन भी नहीं टिक पाया पुल – जांच के आदेश| ग्रामीणों ने लगाया घटिया निर्माण का आरोप ग्रामीणों का आरोप – लोकल सीमेंट, घटिया बालू से बना 5 करोड़ का पुल, अब मलबा
Saharsa News: 5 करोड़ की लागत से बनी सड़क-पुलिया 15 दिन में ध्वस्त, ग्रामीणों का आक्रोश
सहरसा, देशज टाइम्स: जिले के महिषी प्रखंड के कुंदह पंचायत में करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से बनी कुंदह-भेलाही सड़क सह पुलिया महज 15 दिनों में ढह गई। तीन स्पैन वाले इस पुल का एक हिस्सा ढलाई के कुछ ही दिनों बाद टूट गया, जिससे ग्रामीणों में भारी नाराज़गी फैल गई है।
घटिया निर्माण सामग्री का आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निर्माण में लोकल सीमेंट, कोशी नदी का बालू और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया।
पीसीसी ढलाई सिर्फ 3 इंच मोटी थी। बिना टेंडर और साइनबोर्ड के काम शुरू किया गया।ग्रामीणों ने कहा कि यह भ्रष्टाचार का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने आशंका जताई कि शेष पुल का हिस्सा भी सेट्रिंग हटने पर गिर सकता है।
विभागीय अधिकारियों की सफाई
कार्यपालक अभियंता प्रिय रंजन दास ने कहा कि “इस योजना में साइनबोर्ड लगाने का प्रावधान नहीं था और लगातार जलभराव से ढलाई प्रभावित हुई।”
अधीक्षण अभियंता ने दावा किया कि “ढलाई अधूरी थी और पानी आने के कारण सेट्रिंग समय से पहले हटा दी गई।”
हालांकि, सामने आई ग्राउंड रिपोर्ट और तस्वीरें इन दावों को कमजोर करती हैं।
मंत्री ने दिए जांच के आदेश
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने मामले को गंभीर मानते हुए कहा:
“यदि निर्माण मानकों के अनुरूप नहीं हुआ है तो चाहे संवेदक हों या विभागीय अधिकारी, सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
विकास कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल
यह घटना एक बार फिर बिहार में विकास योजनाओं और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों का कहना है कि जब करोड़ों रुपये खर्च कर बनी पुलिया की उम्र 15 दिन भी नहीं है, तो बाकी योजनाओं की स्थिति का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।