बिहार DGP ने लगाया बड़ा नियम! अब पुलिस के साथ सेल्फी लेना पूरी तरह से बंद। डीजीपी विनय कुमार का नया आदेश: पुलिस अधिकारियों के साथ सेल्फी अब मना। सोशल मीडिया पर गलत इस्तेमाल की शिकायतें बढ़ीं, बिहार पुलिस ने किया सेल्फी प्रतिबंध लागू।
बिहार पुलिस में नई गाइडलाइन: पुलिस अधिकारियों के साथ सेल्फी पर पूरी रोक
अब मुलाकात में भी नहीं मिलेगी सेल्फी! DGP ने साफ कर दिया नया नियम। बिहार में सेल्फी लेने पर सख्त रोक! डीजीपी विनय कुमार का आदेश, जनता को जानकारी। गलत इस्तेमाल बढ़ा, अब पुलिस अधिकारियों के साथ सेल्फी पर पूरी तरह रोक
डीजीपी विनय कुमार का ऐतिहासिक निर्णय
बिहार राज्य के डीजीपी (Director General of Police) विनय कुमार ने आम जनता और मीडियाकर्मियों के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ सेल्फी लेने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
अब किसी भी परिस्थिति में कोई भी पुलिस अधिकारी किसी नागरिक या पत्रकार को सेल्फी लेने की अनुमति नहीं देगा। यह निर्णय हाल के दिनों में पुलिस अधिकारियों के साथ ली गई सेल्फियों के गलत इस्तेमाल की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए लिया गया है। Bihar Police Official के अनुसार, यह कदम पुलिस विभाग की छवि और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
सेल्फी का गलत इस्तेमाल: समस्या का मूल कारण
हाल के समय में कई सेल्फी मामलों में सोशल मीडिया पर गलत प्रचार और दुरुपयोग देखने को मिला।
कुछ लोग पुलिस अधिकारियों के साथ ली गई फोटो और सेल्फी का गलत उद्देश्य से प्रयोग कर रहे थे। इस वजह से न केवल पुलिस की छवि प्रभावित हुई, बल्कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी खतरा पैदा हो गया।
डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि सामान्य शिष्टाचार मुलाकात के दौरान भी सेल्फी लेना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इसका अर्थ है कि चाहे किसी कार्यक्रम में नागरिकों से मुलाकात हो या किसी प्रेस मीटिंग में मीडियाकर्मियों से बातचीत, कोई भी अधिकारी सेल्फी लेने की अनुमति नहीं देगा।
पुलिस विभाग की नई गाइडलाइन
पुलिस विभाग ने नई गाइडलाइन के तहत यह स्पष्ट किया है कि:
कोई भी पुलिस अधिकारी आम जनता या मीडियाकर्मियों के साथ सेल्फी लेने के लिए मजबूर नहीं होगा।
किसी भी स्थिति में सेल्फी लेने या लेने की अनुमति देने पर विभाग कार्रवाई कर सकता है।
यह नियम सभी जिलों और थानों में लागू होगा।
नियम का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस निर्णय का उद्देश्य केवल असुरक्षा और दुरुपयोग से बचाव नहीं है, बल्कि पुलिस सेवा की गरिमा और सार्वजनिक भरोसा बनाए रखना भी है।
सोशल मीडिया और सुरक्षा
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर वायरल फोटो और वीडियो किसी भी घटना का गलत प्रचार कर सकते हैं।
पुलिस विभाग का मानना है कि अधिकारियों के साथ ली गई सेल्फी का गलत तरीके से प्रचार और सोशल मीडिया पर वायरल होना विभाग की प्रतिष्ठा पर असर डाल सकता है। इसलिए इस तरह के फोटोशूट पर रोक लगाना जरूरी हो गया था।
जनता और मीडियाकर्मियों के लिए संदेश
डीजीपी विनय कुमार ने आम जनता और पत्रकारों से अपील की है कि वे पुलिस अधिकारियों के साथ अनावश्यक फोटो या सेल्फी न लें।
विभाग का कहना है कि सहयोग और सम्मान के लिए यह कदम आवश्यक है। यह निर्णय पुलिस विभाग की पेशेवर छवि को बनाए रखने और जनता के भरोसे को मजबूत करने के लिए लिया गया है।
नई गाइडलाइन अद्वितीय और समयोचित
बिहार पुलिस द्वारा लागू की गई यह नई गाइडलाइन अद्वितीय और समयोचित कदम है। यह नियम सार्वजनिक सुरक्षा, अधिकारियों की सुरक्षा और सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आने वाले समय में यह देखा जाएगा कि कैसे इस फैसले से पुलिस विभाग की छवि और जनता का भरोसा मजबूत होता है।