दरभंगा | बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) Bihar Secretariat Service Association की शाखा दरभंगा ने राज्य स्तरीय आह्वान पर अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को 11वें दिन भी जारी रखा।
लहेरियासराय पोलो मैदान में धरना स्थल पर कर्मचारियों का प्रदर्शन लगातार जारी रहा, जिसमें जिले भर के सचिवालय कर्मियों ने भाग लिया।
10 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल
महासंघ (गोप गुट) के जिला सचिव संतोष कुमार रमन के नेतृत्व में जारी इस धरना-प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने अपनी 10 सूत्री मांगों पर जोर दिया।
इन मांगों में प्रमुख रूप से शामिल हैं:
बीमा राशि में वृद्धि
कैशलेस इलाज की सुविधा
एल.डी.सी. का ग्रेड पे 2800 करने की मांग
पदनाम में बदलाव
कर्मचारियों का कहना है कि ये सभी संवैधानिक अधिकार हैं और सरकार को इनके समाधान के लिए सम्मानजनक समझौता करना चाहिए।
नेताओं का संबोधन और चेतावनी
सभा की अध्यक्षता संघ के जिला अध्यक्ष सुरेश मंडल ने की। इस अवसर पर महासंघ (गोप गुट) के अध्यक्ष योगेंद्र राम ने स्पष्ट कहा-
“सरकार अगर कर्मचारियों की जायज मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करती है, तो आंदोलन और तेज होगा।”
इसी क्रम में खेग्रामस (Khegramas) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य देवेन्द्र कुमार ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि कर्मचारियों की मांगें पूरी तरह न्यायोचित हैं।
महिला नेतृत्व की भागीदारी
इस धरना-प्रदर्शन में महिला नेतृत्व भी सक्रिय रूप से शामिल हुआ। श्रीमती अनीता कुमारी, पंचायत संघ की अध्यक्ष ने कहा कि जब तक सरकार ठोस समाधान नहीं देती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
प्रमुख पदाधिकारियों की मौजूदगी
धरना स्थल पर कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें प्रमुख हैं:
नीतिश कुमार, जिला अध्यक्ष, महासंघ (गोप गुट)
विनोद भारती, महासंघ (गोप गुट)
मो. इमरान, उपाध्यक्ष
पंकज कुमार
शशि सक्सेना, उपाध्यक्ष
सुमित कुमार वर्णवाल, कोषाध्यक्ष, बीएमओए शाखा दरभंगा
इसके अलावा संजय कुमार, हर्ष कुमार, बबलू कुमार, सिद्धार्थ कुमार, प्रमोद कुमार यादव, शिव सागर यादव, अशोक कुमार पासवान और अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन
धरना-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कर्मचारी जुड़े।
इसमें शामिल थे –
जिला पंचायत शाखा
जिला नजरत शाखा
जिला आपूर्ति शाखा
जिला विधि शाखा
जिला अभिलेखागार
जिला सामान्य शाखा
अनुमंडल कार्यालय, सदर दरभंगा
इन सभी विभागों के कर्मचारी 9 अगस्त 2025 से पूर्ण हड़ताल पर हैं।
सरकारी कार्यों पर असर
लगातार 11 दिनों से जारी इस हड़ताल के कारण जिले के प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
फाइलों का निस्तारण, आपूर्ति विभाग के कार्य, अभिलेखागार से जुड़े कार्य और विधिक शाखा से संबंधित प्रक्रियाएं रुकी पड़ी हैं।
सरकार पर बढ़ा दबाव
कर्मचारियों की बढ़ती भागीदारी और आंदोलन की एकजुटता ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला तो यह हड़ताल राज्य स्तर पर प्रशासनिक ठहराव की स्थिति पैदा कर सकती है।
संवाद और सम्मानजनक समझौता ही…एकमात्र समाधान
दरभंगा का यह आंदोलन अब केवल जिला स्तर तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह पूरे बिहार में सचिवालय कर्मचारियों की आवाज बनता जा रहा है।
सरकार और कर्मचारी संघ के बीच संवाद और सम्मानजनक समझौता ही इस टकराव का एकमात्र समाधान प्रतीत होता है।