
सबसे पहले आपको बता दें, DeshajTimes.Com ने यह खबर सबसे पहले प्रकाशित किया था, दरभंगा में केवटी थाना के एक चौकीदार ने रिश्वत ली। अब, इस मामले में थानाध्यक्ष राहुल कुमार निलंबित हो गए हैं। चौकीदार राहुल राजा भी फंसे जांच में। 80 हज़ार रुपये के लेन-देन विवाद ने दरभंगा पुलिस प्रशासन की साख पर गंदा तमंगा जड़ दिया। थानाध्यक्ष और चौकीदार पर गिरी गाज। वायरल वीडियो से खुला राज! केवटी थानाध्यक्ष राहुल कुमार और चौकीदार राहुल राजा सस्पेंड।@प्रभास रंजन, देशज टाइम्स दरभंगा।
Darbhanga के थाने में ‘रिश्वत’…खुलेआम…कैमरे में कैद – Video Viral!
केवटी थाना के थानाध्यक्ष राहुल कुमार और चौकीदार राहुल राजा निलंबित, विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा
दरभंगा देशज टाइम्स। दरभंगा पुलिस प्रशासन का खबर देखने और समझने का नजरिया शायद कुछ और यही वजह है कौन खबर कहां छपती है, यह देखने की फुर्सत शायद पुलिस प्रशासन को नहीं है या उन्हें डायरेक्ट फॉर्म में बातें पसंद है। केवटी थाना क्षेत्र से जुड़ा एक विवादित मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। थानाध्यक्ष राहुल कुमार और चौकीदार 6/8 राहुल राजा को उनके संदिग्ध आचरण के कारण निलंबित कर दिया गया है। साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच की अनुशंसा की गई है।
मामला क्या है?
देशज टाइम्स ने सबसे पहले यह खबर प्रकाशित की थी। इसमें लिखा था कि एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसकी जांच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ), सदर-2, कमतौल को सौंपी गई। जाँच प्रतिवेदन में खुलासा हुआ कि वायरल वीडियो लगभग पाँच माह पुराना है।
Darbhanga के थाने में ‘रिश्वत’…खुलेआम…कैमरे में कैद – Video Viral!
वीडियो में यह आरोप था कि चौकीदार राहुल राजा ने मो. एनायतुल्ला उर्फ गुड्डू और चंदन बैट्री के मालिक चंदन कुमार गुप्ता के बीच हुए ₹80,000 के लेन-देन विवाद में हस्तक्षेप कर ₹10,000 की रकम अपने पास रख ली थी।
विवाद की पृष्ठभूमि
चंदन कुमार गुप्ता का कहना था कि एनायतुल्ला ने उससे बैट्री खरीदी थी लेकिन ₹80,000 का बकाया भुगतान नहीं किया। इस बकाया रकम के लिए दिया गया चेक भी बाउंस हो गया था। विवाद सुलझाने के नाम पर चौकीदार राहुल राजा ने दोनों पक्षों से बातचीत कराई। समझौते के तहत एनायतुल्ला ने केवल ₹10,000 नकद दिया, जिसे चंदन गुप्ता ने यह कहते हुए सीधे लेने से इनकार कर दिया कि “बाकी किस्तों पर विश्वास नहीं है। इसके बाद यह रकम चौकीदार राहुल राजा के पास रखवा दी गई।
जांच में क्या सामने आया?
एसडीपीओ की जाँच रिपोर्ट में कहा गया कि चौकीदार राहुल राजा का यह कृत्य संदेहास्पद और पद की गरिमा के विपरीत है। लेन-देन का विवाद निजी मामला था, जिसकी जांच चौकीदार के अधिकार क्षेत्र में नहीं आती। थानाध्यक्ष राहुल कुमार की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई, क्योंकि उन्हें मामले में सक्षम पुलिस पदाधिकारी से जांच करानी चाहिए थी। इसके बजाय उन्होंने आवेदक को चौकीदार के पास भेज दिया, जो कर्तव्य में गंभीर लापरवाही दर्शाता है।
प्रशासनिक कार्रवाई
थानाध्यक्ष राहुल कुमार को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने की अनुशंसा पुलिस उप-महानिरीक्षक, मिथिला क्षेत्र, दरभंगा को भेजी गई। वहीं, चौकीदार राहुल राजा को भी निलंबित कर जिला पदाधिकारी, दरभंगा को विभागीय जांच की अनुशंसा भेजी गई है।