
दरभंगा में लापता मतलब सनसनी, हत्या, दफन….ताजा उदाहरण यही कहते हैं, चाहे केवटी का रैयाम हो या ताजा मामला बिरौल। तीन दिन बाद केवटी के रैयाम में साइकिल से घर से निकले नयागांव के रामबली पासवान के बारह साल के बेटे राजन कुमार की बगरा चौर में मिली हो या फिर केवटी जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र जतिन की रहस्यमयी मौत, धरना-प्रदर्शन-अल्टीमेटम के बाद भी नतीजा बेखबर या फिर बिरौल में दफन वह नौनिहाल जो फोन कर बोला-“घर आ रहा हूं”, फिर 10 दिन बाद गाछी से मिली छात्र की लाश…यह तस्वीर जो देशज टाइम्स में आज छपी है यह उसी दिन की है जब Missing Report सामने आई थी…सिस्टम की नजर में आज Missing Report कैसे हत्या में तब्दील हो गई…सवाल या खबर यहीं से!@आरती शंकर, बिरौल-देशज टाइम्स।
मिसिंग रिपोर्ट का मतलब…लाश पहुंचेगी घर
आखिर, दरभंगा पुलिस लापता की लाश क्यों निहार रही है। कुछ करती क्यों नहीं? मिसिंग रिपोर्ट का मतलब…लाश पहुंचेगी घर। आखिर क्यों? 10 दिन से लापता कोचिंग छात्र की लाश गाछी से बरामद होती है। आम की गाछी से छात्र की दफन लाश के मायने क्या हैं? चार गिरफ्तार, दो फरार – दरभंगा पुलिस के पास क्राइम कंट्रोल का कोई फॉर्मूला क्यों नहीं? जो छात्र हत्याकांड सरीखे वारदात के बाद इसका खुलासा करके इतराती है?
आखिर सुपौल से कृष्णा मंडल कैसे पोखराम पहुंचा?
आखिर सुपौल से कृष्णा मंडल कैसे पोखराम पहुंचा। उसके साथ कौन-कौन लोग थे? आखिर गर्दन पर यह गमछा किसका मिला है? दफनाने में कौन-कौन लोग शामिल थे? किस परिस्थिति में उसको ले गया गाछी? वैसे, हथियार तस्करी में लेन-देन का मामला जुड़ा होना बताया जा रहा है? क्या बाइक से ले गया? या हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाया गया।
देशज टाइम्स ने पहले ही खुलासा कर दिया था…
वैसे, वारदात को अंजाम देना, कैसे कैसे अंजाम दिया यह पूरी पड़ताल का विषय है, स्थानीय लोग जानना चाहते हैं, पुलिस को इसपर पूरी मशक्कत करनी पड़ेगी। वैसे, देशज टाइम्स ने पहली खबर 17 अगस्त को पहली खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद छह दिन बीत जाने के बाद देशज टाइम्स ने फिर लिखकर खुलासा कर दिया था कि कृष्णा का बुरा संगत था। आपसी लेन-देन में कहीं उसके साथ अनहोनी ना हो जाए? मगर पुलिस प्रशासन ने इस एंगिल पर ध्यान नहीं दिया।
10 दिन बाद कैसे सामने आई खौफनाक सच्चाई, कौन सोचेगा?
आखिर, कोचिंग से लौटते वक्त कैसे गायब हुआ था छात्र? 10 दिन बाद कैसे सामने आई खौफनाक सच्चाई इसपर कोई विमर्श-कोई चिंतन का समय क्यों नहीं? उस मां के बारे में कभी सोचा-जो मां अब जिंदगी भर रो-रो कर गुजारेगी, बोलती है – मेरे बेटे के कातिलों को फांसी चाहिए? कौन देगा कातिलों को फांसी? यह सिर्फ सवाल हैं, जिसका कोई मतलब, कोई जगह ही इस सिस्टम के संड़ांध में नहीं है?
10 दिन से लापता कोचिंग छात्र की हत्या, दफन मिला शव
दरभंगा के बिरौल थाना के पोखराम गांव (बिरौल) से लापता कोचिंग छात्र महज सत्रह साल का नौजवान कृष्ण कुमार मंडल की हत्या कर दी गई। बीती देर रात उसकी लाश मिली भी कहां, मिट्टी में दफन। आम की गाछी में दफन हालत में बरामद यह लाश क्या कहता है? पुलिस प्रशासन को सोचनी चाहिए?
आखिर 10 दिनों से क्या कर रही थी पुलिस,
बिरौल थाना क्षेत्र के खानपुर निवासी कृष्ण कुमार मंडल 14 अगस्त को सुपौल बाजार कोचिंग गया मगर लौटकर आई लाश। शाम करीब 6 बजे कृष्ण ने अपनी मां मधु देवी को फोन कर घर लौटने की बात कही, लेकिन उसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। वह घर नहीं पहुंचा, और मिली दफन लाश। आखिर इन दस दिनों में पुलिस क्या कर रही थी?
गहन पूछताछ में खुला हत्या का राज
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर 6 संदिग्धों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान यूपी के एक आरोपी के बयान से हत्या का खुलासा हुआ। छात्र की लाश पोखराम गांव के आम की गाछी में गहरी मिट्टी के नीचे दबी मिली।
चार गिरफ्तार, दो मुख्य आरोपी फरार
पुलिस ने इस मामले में सुरेश झा, सोनू मंडल, दानिश और विजय मंडल को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य आरोपी बलराम झा और कमलाकांत झा अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
इलाके में आक्रोश, मां ने मांगी न्याय
मृतक की मां मधु देवी ने रोते हुए कहा कि “मेरे बेटे के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।” पुलिस ने एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया।
एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने बताया
एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी बड़े ही तेज-तर्रार अफसर में आते हैं। उनकी गिनती चंद काबिल पुलिस अफसरों में आती है। उन्होंने बताया कि कृष्ण कुमार की हत्या 14 अगस्त को ही कर दी गई थी और सबूत छिपाने के लिए शव को दफनाया गया। फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।