
माँ वैष्णो देवी के दरबार में मातम! भूस्खलन से दर्जनों की जान गई| वैष्णो देवी हादसा: भूस्खलन में 32 श्रद्धालुओं की मौत, कई फंसे – रेस्क्यू जारी| कटरा में त्रासदी! बारिश से भूस्खलन, 32 श्रद्धालुओं की मौत – 18 ट्रेनें भी रद्द| 32 लाशें, सैकड़ों रोते घर! वैष्णो देवी यात्रा के बीच बारिश ने मचा दिया हाहाकार| भारी बारिश ने छीनी आस्था की राह! भूस्खलन से वैष्णो देवी यात्रा ठप, मरने वालों की संख्या बढ़ी deshajtimesreport|
वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर भूस्खलन में 32 श्रद्धालुओं की मौत, बचाव कार्य जारी
कटरा में भारी बारिश से कहर
जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित वैष्णो देवी मंदिर के पास मंगलवार को हुए भूस्खलन (Landslide) में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है। यह घटना उस समय हुई जब क्षेत्र में लगातार भारी बारिश (Heavy Rainfall in Jammu Kashmir) हो रही थी।
रियासी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमवीर सिंह ने बताया कि घटना के बाद से कई यात्री फंसे हुए हैं। बचाव दल (Rescue Teams) लगातार राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
कहाँ हुआ भूस्खलन?
भूस्खलन अधक्वारी गुफा मंदिर के पास स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के समीप हुआ।
यह स्थान माता वैष्णो देवी भवन की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर पड़ता है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने X (Twitter) पर पोस्ट कर बताया कि,
“अधक्वारी में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भूस्खलन की घटना हुई है, कुछ लोगों के घायल होने की आशंका है। आवश्यक मशीनरी और जनशक्ति लगाई गई है। बचाव अभियान तेज़ी से चल रहा है।”
रेल सेवाओं पर असर
अधिकारियों ने जानकारी दी कि भारी बारिश और भूस्खलन के कारण चक्की नदी (Chakki River) में अचानक पानी बढ़ गया। इस वजह से पठानकोट कैंट और कंड्रोरी के बीच रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त हो गई और 18 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं। यह स्थिति जम्मू और पंजाब के बीच आवागमन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया
घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा—
“घटना के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें घटनास्थल पर पहुँच गई हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी से बात की है। घायलों को हर संभव मदद दी जा रही है।”
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का बयान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को तत्काल सहायता और इलाज मुहैया कराया जाए।
सिन्हा ने कहा,
“अधिकारियों की टीम लगातार स्थिति पर नज़र रख रही है। भारी बारिश के चलते लोगों से सावधानी बरतने और श्राइन बोर्ड के निर्देशों का पालन करने की अपील की जाती है।”
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अपील
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस आपदा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि—“भारी बारिश ने जम्मू प्रांत में बहुत नुकसान पहुँचाया है और सामान्य जीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्री से बातचीत की गई है और जल्द से जल्द फोन/डेटा कनेक्टिविटी बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।”
श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी
श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थगित करें।
यह कदम इसलिए ज़रूरी है क्योंकि बार-बार हो रही बारिश से भूस्खलन और फ्लैश फ्लड का खतरा बना हुआ है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने चेतावनी दी है कि मानसून के दौरान पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा लगातार बना रहता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कटरा क्षेत्र जैसे संवेदनशील पर्वतीय इलाकों में और अधिक भूस्खलन रोधी उपाय करने की आवश्यकता है।
32 लोगों की मौत, यात्रियों का फंसना,
जम्मू-कश्मीर के कटरा में हुआ यह भूस्खलन हादसा न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि प्रशासनिक तंत्र के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। 32 लोगों की मौत, यात्रियों का फंसना, और रेल सेवाओं का प्रभावित होना इस आपदा की भयावहता को दर्शाता है।
फिलहाल, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
श्रद्धालुओं से अपील है कि वे श्राइन बोर्ड की एडवाइजरी का पालन करें और यात्रा की योजना मौसम सामान्य होने के बाद ही बनाएं।