
मोतिहारी में बुर्का पहनाकर हिंदू नाबालिग लड़की का अपहरण, नेपाल ले जाने से पहले पकड़ा गया युवक। सोशल मीडिया पर फंसाया, चार दिन रखा बंद कमरे में, फिर बुर्का पहनाकर नेपाल ले जाने की तैयारी।@मोतिहारी,देशज टाइम्स।
बुर्का पहनाकर नेपाल ले जा रहा था नाबालिग लड़की का अपहरण, रक्सौल बॉर्डर पर एसएसबी की बड़ी कार्रवाई
सोशल मीडिया से फंसाया प्रेम जाल, बुर्का पहनाकर नेपाल ले जा रहा था नाबालिग लड़की – SSB ने बचाया। नेपाल बॉर्डर से पहले धरा गया मानव तस्कर! हिंदू नाबालिग को बुर्का पहनाकर ले जा रहा था पार। एसएसबी की बड़ी कार्रवाई! बुर्का पहनाई हिन्दू लड़की, नेपाल ले जा रहा था तस्कर – मौके पर धरा गया। प्रेम जाल से शुरू हुआ खेल… अपहरण, शोषण और नेपाल भागने की कोशिश – पूरी कहानी पढ़ें@मोतिहारी,देशज टाइम्स।
मोतिहारी में बड़ा खुलासा: सोशल मीडिया से प्रेमजाल
मोतिहारी (बिहार)। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल के मैत्री पुल के पास बुधवार की रात एसएसबी 47वीं बटालियन की मानव तस्करी रोधी इकाई ने बड़ी सफलता हासिल की। टीम ने एक मुस्लिम युवक मोहम्मद जहांगीर आलम को गिरफ्तार किया, जो एक हिंदू नाबालिग लड़की को बुर्का पहनाकर नेपाल ले जाने की कोशिश कर रहा था।
गिरफ्तारी के समय युवक और लड़की संदिग्ध हालात में मिले। संदेह होने पर जब पूछताछ की गई तो पूरी सच्चाई सामने आई।
सोशल मीडिया से शुरू हुआ प्रेमजाल
जांच में सामने आया कि आरोपी ने सोशल मीडिया (Wikipedia: Social Media) के माध्यम से नाबालिग लड़की (काल्पनिक नाम – सोनी कुमारी) को प्रेमजाल में फंसाया।
उसने शादी और नौकरी का झांसा दिया। 21 अगस्त को लड़की को सीतामढ़ी जिले के पुनौरा थाना क्षेत्र से घर से भगा ले गया। चार दिन तक बेतिया में अपने रिश्तेदार के घर पर रखा और लड़की के साथ यौन शोषण किया। इसके बाद आरोपी उसे नेपाल के हथौड़ा ले जाकर शादी करने की योजना बना रहा था।
बुर्का से छिपाने की कोशिश, लेकिन संदेह में पकड़ा गया
नेपाल सीमा पार कराने से पहले आरोपी ने लड़की को बुर्का पहनाया ताकि पहचान छिपाई जा सके। लेकिन रास्ते में लड़की बार-बार बुर्का संभाल रही थी, जिससे एसएसबी जवानों को शक हुआ।
पूछताछ करने पर लड़की ने पूरी कहानी बताई। इसके बाद आरोपी मोहम्मद जहांगीर आलम, निवासी पूर्वी चंपारण, को हिरासत में लिया गया।
अपहरण का केस पहले से दर्ज
जांच में पता चला कि लड़की के परिजनों ने 26 अगस्त 2025 को सीतामढ़ी जिले के पुनौरा थाना में एफआईआर (कांड संख्या 189/25) दर्ज कराई थी। परिजनों ने बताया था कि उनकी बेटी अचानक गायब हो गई थी। यह केस अब अपहरण और यौन शोषण की गंभीर धाराओं के तहत आगे बढ़ाया जाएगा।
रेस्क्यू टीम और शामिल संस्थाएं
इस कार्रवाई में एसएसबी 47वीं बटालियन मानव तस्करी रोधी इकाई, प्रयास जुवेनाइल सेंटर (पूर्वी चंपारण) और स्वच्छ रक्सौल संस्था की टीम शामिल रही।
टीम में इंस्पेक्टर विकास कुमार, हवलदार अरविंद द्विवेदी, महिला सिपाही नीतू कुमारी, प्रियंका नायक, कामनी कुमारी और कविता, साथ ही एनजीओ कार्यकर्ता आरती कुमारी, राज गुप्ता और रणजीत सिंह शामिल थे।
नाबालिग को सुरक्षित परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया
रेस्क्यू के बाद लड़की को काउंसलिंग के लिए एनजीओ के हवाले किया गया। इसके बाद उसे सुरक्षित रूप से परिजनों के सुपुर्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई। हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार ने बताया कि आरोपी और नाबालिग को सीतामढ़ी पुलिस को सौंपा जाएगा, जहाँ आगे की कार्रवाई होगी।
मानव तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता
यह मामला बताता है कि किस तरह से सोशल मीडिया के माध्यम से नाबालिग लड़कियों को फंसाकर तस्करी और शोषण किया जा रहा है। एसएसबी की यह कार्रवाई मानव तस्करी रोधी प्रयासों के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
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