back to top
5 सितम्बर, 2024
spot_img

सेलिब्रेटी बने बिरौल के केशव कुमार चौधरी, पटना में मिला “मानक डॉक्टरेट” की उपाधि-अभिनेता बिंदु दारा सिंह ने किया सम्मानित

आप पढ़ रहे हैं दुनिया भर में पढ़ा जाने वाला Deshaj Times...खबरों की विरासत का निष्पक्ष निर्भीक समर्पित मंच...चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो...DeshajTimes.COM
spot_img
Advertisement
Advertisement

गांव से उठे और बने शिक्षा के नायक! केशव कुमार चौधरी को मिला डॉक्टरेट सम्मान। 12 साल से शिक्षा सेवा, अब मिला बड़ा सम्मान – दरभंगा के बिरौल निवासी केशव कुमार चौधरी को शिक्षा में “मानक डॉक्टरेट” की उपाधि, गांव से ग्लोबल मंच तक –दरभंगा के शिक्षाविद् को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान! बॉलीवुड सितारों ने किया सम्मानित!@दरभंगा, देशज टाइम्स।

बिरौल के केशव कुमार चौधरी को सलाम, शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मानक डॉक्टरेट, उपलब्धि

दरभंगा, देशज टाइम्स। राजधानी पटना स्थित एक प्रतिष्ठित होटल में भारत वर्चुअल यूनिवर्सिटी (Bharat Virtual University) के तत्वावधान में ओनरेरी डॉक्टरेट कन्वोकेशन समारोह-2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश भर से आए विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली और समाज में विशिष्ट योगदान देने वाले लोगों को डॉक्टरेट की मानक उपाधि प्रदान की गई।

इसी क्रम में, दरभंगा जिले के बिरौल प्रखंड के डुमरी गांव निवासी केशव कुमार चौधरी को शिक्षा क्षेत्र में उनके असाधारण और प्रेरणादायक योगदान के लिए “मानक डॉक्टरेट ऑफ एजुकेशन (Honoris Causa Doctorate in Education)” की उपाधि से सम्मानित किया गया।

यह भी पढ़ें:  Bihar में 'Horn Free Day' पहली बार: -शोर-चिल्ल-पौ से मिलेंगी मुक्ति -अब Bihar में हर रविवार होगा ‘Horn Free Day’ –जानिए नया नियम

भव्य समारोह में मिली सम्मान की उपाधि

इस गरिमामय समारोह में बॉलीवुड अभिनेता और बिग बॉस विजेता बिंदु दारा सिंह, भारत वर्चुअल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. कुमार राजेश, और गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. संदीप बंसल ने मिलकर श्री चौधरी को उपाधि प्रदान की।

डॉ. कुमार राजेश ने इस अवसर पर कहा:

“श्री केशव चौधरी सचमुच समाज के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले सच्चे नायक हैं। ऐसे व्यक्तित्व न केवल युवाओं को प्रेरित करते हैं बल्कि समाज को सकारात्मक दिशा भी प्रदान करते हैं।”

शिक्षा और समाज में 12 वर्षों से सक्रिय योगदान

श्री चौधरी पिछले 12 वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। अपने बड़े भाई श्री नटवर चौधरी के साथ मिलकर उन्होंने विज्ञान शिक्षा (Science Education) को ग्रामीण स्तर तक पहुंचाया। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा गरीब और पिछड़े तबके के विद्यार्थियों तक उपलब्ध कराई। डिजिटल लर्निंग (Digital Learning) को गांव-गांव तक ले जाने में अहम योगदान दिया।

यह भी पढ़ें:  बेनीपुर बंद: NDA का प्रदर्शन, यातायात ठप, व्यावसायिक प्रतिष्ठान रहे बंद

उनके प्रयासों से सैकड़ों निर्धन विद्यार्थी सही मार्गदर्शन पाकर मुख्यधारा की शिक्षा से जुड़े और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सके।

समाज और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत

केशव कुमार चौधरी ने सम्मान प्राप्त करने के बाद कहा:

“यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि उन सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों का है जो शिक्षा के माध्यम से समाज को सशक्त बना रहे हैं। मैं ईश्वर, माता-पिता, आयोजकों, स्नेहिजनों और पूरे शिक्षाजगत का आभारी हूं।”

उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि वे भविष्य में भी शिक्षा क्षेत्र में समर्पित भाव से कार्य करते रहेंगे और ग्रामीण भारत में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए और भी बड़े कदम उठाएंगे।

यह भी पढ़ें:  DPS खलासीन में Teachers' Day की धूम, बच्चों ने बताया- ‘आदर्श शिक्षक’ के गुण

क्षेत्र में खुशी और गौरव का माहौल

श्री चौधरी की इस उपलब्धि से पूरे दरभंगा और बिरौल क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सम्मान सिर्फ श्री चौधरी का नहीं, बल्कि पूरे दरभंगा जिले का गौरव है। उनके कार्यों से गांव के बच्चों को शिक्षा की नई दिशा मिली है। समाज में उनकी यह उपलब्धि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।

भारत वर्चुअल यूनिवर्सिटी का प्रयास

भारत वर्चुअल यूनिवर्सिटी का उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत शिक्षाविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, वैज्ञानिकों और कलाकारों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित करना है। विश्वविद्यालय का मानना है कि ऐसे लोग न केवल देश के विकास में योगदान दे रहे हैं, बल्कि समाज को एक नई सोच और दिशा प्रदान कर रहे हैं।

जरूर पढ़ें

Madhubani में युवक की घसीट-घसीट कर पीटा – भीड़ ने बना डाली ‘निजी अदालत’ –ये Video Viral है

मधुबनी में युवक की घसीट-घसीट कर पिटाई, वीडियो वायरल – भीड़ ने बना डाली...

Happy Teacher’s Day | Madhubani Proud | नवाचार से बच्चों की जिंदगी बदली, दिव्यांग होते भी रचा इतिहास! खजौली के नूर आलम और अबरार...

मधुबनी, देशज टाइम्स। शिक्षक दिवस (5 सितम्बर 2025) के अवसर पर बिहार सरकार द्वारा...

Bihar में ‘Horn Free Day’ पहली बार: -शोर-चिल्ल-पौ से मिलेंगी मुक्ति -अब Bihar में हर रविवार होगा ‘Horn Free Day’ –जानिए नया नियम

बिहार में पहली बार: बिहार में बदलेंगे रविवार के नज़ारे! अब बिहार में हर...

-पति दिव्यांग, रिश्तेदार नहीं…हो सकती थी ‘अनहोनी’…मैं रिश्तेदार बनूंगी…और घर आई ‘लक्ष्मी’ पढ़िए DARBHANGA में करुणा की जमीनीं कहानी

दरभंगा में मानवता की मिसाल: दरभंगा में करुणा की कहानी: पुलिस और समाजसेवी ने...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें