
दरभंगा की प्रोफेसर से 1.39 लाख की ठगी! बिजली मीटर के नाम पर साइबर फ्रॉड का बड़ा खेल। सिर्फ 13 रुपये के चक्कर में 1.39 लाख उड़ गए! दरभंगा की प्राध्यापक बनीं साइबर फ्रॉड की शिकार। मोबाइल ऐप इंस्टॉल किया और बैंक अकाउंट साफ! दरभंगा में प्रोफेसर से लाखों की ठगी। साइबर फ्रॉड का नया तरीका – बिजली विभाग बनकर भेजा ऐप, खाते से उड़ाए लाखों। 1930 पर कॉल नहीं किया तो गंवाने पड़ सकते हैं लाखों! जानिए दरभंगा ठगी का पूरा मामला@प्रभास रंजन, दरभंगा,देशज टाइम्स।
Highlights) बिजली विभाग के नाम पर ठगी
महिला प्राध्यापक से बिजली विभाग के नाम पर ठगी। मोबाइल पर ऐप इंस्टॉल करवाकर अपराधियों ने उड़ाए पैसे। दो बार में खाते से 1.39 लाख रुपए गायब। साइबर डीएसपी ने दी 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत करने की सलाह।
दरभंगा में बिजली मीटर रिचार्ज के नाम पर साइबर फ्रॉड, महिला प्राध्यापक से 1.39 लाख की ठगी
दरभंगा, देशज टाइम्स। साइबर अपराधियों का शिकार अब शिक्षित लोग भी हो रहे हैं। जिले में एक बार फिर साइबर ठगों ने बिजली विभाग के नाम पर फर्जी ऐप इंस्टॉल करवाकर एक महिला प्राध्यापक से कुल 1.39 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़िता ने इस संबंध में साइबर थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है।
कैसे हुई ठगी?
पीड़िता सुनीता झा, जो मिल्लत कॉलेज में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं, ने बताया कि 20 अगस्त को जब वे पटना विश्वविद्यालय में रिफ्रेशर कोर्स में शामिल थीं, तभी उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुए कहा कि उनके प्रीपेड बिजली मीटर का 13 रुपये का रिचार्ज बाकी है। ठग ने मोबाइल पर एक ई-कॉमर्स ऐप भेजकर उसे इंस्टॉल करने को कहा। सुनीता झा ने ऐप इंस्टॉल कर 13 रुपये का भुगतान किया, लेकिन इसके बाद उनके खाते से 50 हजार रुपये कट गए।
खाते को फ्रिज कराने के बावजूद फिर लगी चपत
ठगी का अहसास होने पर उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कर खाता फ्रीज करवाया। लेकिन 3 सितम्बर को उनके पुत्र ने उनके खाते में 60 हजार रुपये भेजे, जिसे ठगों ने फिर से उड़ा लिया। इस बार उनके खाते से 89 हजार रुपये की निकासी की गई। इस तरह कुल मिलाकर साइबर अपराधियों ने उनसे 1.39 लाख रुपये की ठगी कर ली।
साइबर पुलिस ने क्या कहा?
साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष बिपिन बिहारी ने बताया कि आवेदन मिला है, जांच कर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि— किसी भी अज्ञात फोन कॉल या लिंक पर भरोसा न करें। किसी भी प्रकार की ठगी होते ही तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं। किसी भी विभाग या बैंक से संबंधित काम के लिए स्वयं कार्यालय जाकर वेरिफिकेशन कराएं।