
राजद के कद्दावर नेता हरिनंदन यादव नहीं रहे। 75 वर्षीय पूर्व विधायक हरिनंदन यादव का निधन। हायाघाट से 3 बार बने विधायक हरिनंदन यादव का निधन, राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार। विकास के प्रतीक हरिनंदन यादव नहीं रहे, हनुमाननगर में उमड़ा जनसैलाब। राजनीति और समाज को गहरा झटका! हरिनंदन यादव का निधन, सभी दलों ने जताया दु:ख@हनुमाननगर-दरभंगा, देशज टाइम्स।
राजद के पूर्व विधायक हरिनंदन यादव का निधन, राजनीतिक जगत में शोक की लहर
हनुमाननगर/दरभंगा, देशज टाइम्स। राजद के वरिष्ठ नेता और हायाघाट विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे 75 वर्षीय हरिनंदन यादव का शनिवार को निधन हो गया। वे पटना स्थित पारस अस्पताल में इलाज के दौरान अंतिम सांस लिए।
राजनीतिक सफर और योगदान
हरिनंदन यादव ने राजनीति की शुरुआत हायाघाट विधानसभा क्षेत्र से की थी। वर्ष 1995 में जनता दल के टिकट पर पहली बार विधायक बने। वर्ष 2005 में फरवरी और अक्टूबर-नवंबर में हुए चुनावों में दोबारा विधायक चुने गए। वे राजद के कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे। उनकी पहचान जमीन से जुड़े नेता और जनहितैषी कार्यों के लिए थी।
हायाघाट प्रखंड से अलग कर हनुमाननगर प्रखंड का निर्माण और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना उनके कार्यकाल की अहम उपलब्धियों में गिनी जाती है।
राजद के एक युग का अंत, शोक में डूबा हर चप्पा
उनके निधन पर राजद प्रदेश महासचिव उदयशंकर चौधरी, वरिष्ठ राजद नेता रामवृक्ष राय, भोला झा, किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रामनरेश यादव, पंचायत के मुखिया रामजी राम, पूर्व मुखिया शहनवाज उर्फ प्यारे, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष जयशंकर प्रसाद चौधरी, पथलू राय, सुनील राय समेत कई नेताओं ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।
कांग्रेस, भाकपा-माले, माकपा सहित विभिन्न दलों ने भी उनके निधन को राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
क्षेत्र में शोक की लहर
दरभंगा जिले के हनुमाननगर गांव निवासी हरिनंदन यादव के निधन की खबर फैलते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। समर्थक और शुभचिंतक उनके आवास पर उमड़ पड़े।
स्व. यादव अपने पीछे दो पुत्र – रमेश कुमार यादव और दिलीप कुमार यादव तथा पोता-पोती समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। अंतिम संस्कार: उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव हनुमाननगर में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।