
हनुमाननगर। हायाघाट विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक हरिनंदन यादव का रविवार को उनके पैतृक गांव हनुमाननगर में पूरे राजकीय सम्मान और भावुक माहौल के बीच अंतिम संस्कार किया गया। बड़े पुत्र रमेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में हजारों की भीड़ उमड़ी और लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी।
अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
परिजन, ग्रामीण और आसपास के गांवों से आए हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
“विधायक अमर रहें” के नारों के बीच शवयात्रा निकाली गई।
लोगों ने कहा कि उन्होंने हनुमाननगर प्रखंड के गठन और जनआंदोलनों के जरिए क्षेत्र की बड़ी समस्याओं का समाधान किया।
गणमान्य लोगों की उपस्थिति
अंतिम संस्कार में राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी, पूर्व मंत्री सह विधायक ललित यादव, मिश्री लाल यादव, महबूब आलम, भोला यादव, ऋषि मिश्रा, फराज फातमी समेत कई नेता मौजूद रहे।
जिला प्रशासन की ओर से सदर अनुमंडल पदाधिकारी स्वप्निल और एसडीपीओ राजीव कुमार उपस्थित रहे।
पटना से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव भी पहुंचे। उन्होंने हरिनंदन यादव के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की।
तेजस्वी यादव हुए भावुक
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव स्व. हरिनंदन यादव को हमेशा “मोक्षवाला” कहकर पुकारते थे। उन्होंने कहा कि उनका निधन पूरे राजद परिवार के लिए गहरी क्षति है।
हरिनंदन यादव का राजनीतिक सफर
हरिनंदन यादव का निधन शनिवार को पटना के एक निजी अस्पताल में हुआ।
वे 1995 में जनता दल के टिकट पर हायाघाट से विधायक बने।
पहले ही कार्यकाल में उन्होंने हनुमाननगर प्रखंड का गठन कराया, जिसके लिए लोग उन्हें आज भी याद करते हैं।
वर्ष 2005 में वे दोबारा विधायक बने और हनुमाननगर को अंचल का दर्जा दिलवाया।
क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या बाढ़ को लेकर उन्होंने कई जनआंदोलनों का नेतृत्व किया और जेल भी गए।
जनमानस में अमर रहेंगे
पूर्व विधायक हरिनंदन यादव ने अपने संघर्ष और विकास कार्यों से एक अमर छवि छोड़ी है। उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हजारों लोगों ने साफ संदेश दिया कि उन्हें क्षेत्र की जनता हमेशा कृतज्ञता और सम्मान के साथ याद करेगी।