
दरभंगा में बाल श्रम पर सख्त एक्शन –दरभंगा में बड़ी बैठक: बाल श्रम उन्मूलन के लिए सरकार ने शुरू किया सख्त अभियान– आयोग ने कहा 100% सफलता चाहिए। अब दरभंगा में कोई बच्चा मजदूरी नहीं करेगा! अधिकारियों को मिला कड़ा निर्देश। बाल श्रम खत्म करने के लिए दरभंगा में चला अभियान – अब हर बच्चा पढ़ेगा, बढ़ेगा। बाल श्रमिकों के पुनर्वास की योजना – अधिकारियों को सरकार का आदेश। ‘बिहार से मिटेगा बाल श्रम’ – दरभंगा बैठक में लिया गया बड़ा संकल्प@दरभंगा देशज टाइम्स।
दरभंगा में बाल श्रम उन्मूलन पर जिला स्तरीय बैठक
दरभंगा, देशज टाइम्स। जिला अतिथिगृह, दरभंगा में बाल श्रम उन्मूलन, विमुक्ति एवं पुनर्वास विषय पर जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने की।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस बैठक में उप श्रमायुक्त, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, जिला शिक्षा पदाधिकारी, आपूर्ति पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (सदर व यातायात), खनिज विकास पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), बाल संरक्षण पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक की प्रमुख बातें
उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाल श्रमिकों की विमुक्ति और पुनर्वास के लिए लगातार अभियान चलाया जाए। उन्होंने जिले में बाल श्रम उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और इसे आगे भी निरंतर जारी रखने पर जोर दिया। अधिकारियों को सुझाव दिया गया कि वे आपसी समन्वय बनाकर बाल श्रम के विरुद्ध जागरूकता अभियान को और मजबूत करें।
उन्होंने कहा कि गरीब तबके तक यह संदेश पहुंचना चाहिए कि बाल श्रम एक सामाजिक कुरीति है और समाज के विकास में बड़ी बाधा है।
उपाध्यक्ष का बयान
संवाददाताओं से बात करते हुए अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि बिहार के किसी भी जिले में बाल श्रमिक न रहें। बाल श्रमिकों की शिक्षा और पुनर्वास के लिए लगातार योजनाएं चलाई जा रही हैं।विमुक्ति के समय आने वाली कठिनाइयों की समीक्षा भी की गई है।
विशेष पहल
उप श्रमायुक्त, दरभंगा ने बताया कि खेल दिवस के अवसर पर पटना मुख्यालय से भेजे गए जागरूकता वाहन को जिले के सभी प्रखंडों और पंचायतों में प्रचार-प्रसार के लिए इस्तेमाल किया गया। जागरूकता रथ के माध्यम से बाल श्रम रोकथाम का संदेश आम जनता तक पहुँचाया गया।