
Bihar IAS Transfer 2025: बिहार में बड़ा प्रशासनिक बदलाव! 6 बड़े अफसरों का तबादला, चुनावी मौसम में सियासी सुगबुगाहट तेज। बिहार में प्रशासनिक फेरबदल! 6 IAS अफसरों को नई जिम्मेदारी। Bihar Election 2025 से पहले बड़ा कदम! 6 IAS अधिकारियों का तबादला, IAS कार्तिकेय धनजी और नंदेश्वर लाल को मिली नई जिम्मेदारी। जानें किसे कहां भेजा गया। बक्सर DM से लेकर सचिव तक, जानें किस अफसर को मिली कौन सी कुर्सी। स्वास्थ्य विभाग से लेकर गन्ना उद्योग तक बदले अफसर – पढ़ें देशज टाइम्स की पूरी रिपोर्ट
Bihar IAS Transfer 2025: बिहार में 6 IAS अधिकारियों का तबादला, देखें पूरी लिस्ट
पटना, देशज टाइम्स। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल (IAS Transfer in Bihar) किया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, 6 IAS अधिकारियों का तबादला किया गया है। सभी अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां तुरंत प्रभाव से संभालने के निर्देश दिए गए हैं।
ग्रामीण वोट बैंक और किसानों की नाराजगी
राजनीतिक हलकों में इस बदलाव को चुनावी रणनीति से जुड़ा कदम माना जा रहा है। जल संसाधन, स्वास्थ्य और गन्ना उद्योग जैसे अहम विभागों में अधिकारियों की तैनाती सीधे तौर पर ग्रामीण वोट बैंक और किसानों की नाराजगी को साधने की कोशिश समझी जा रही है।
IAS ट्रांसफर लिस्ट 2025 (Bihar IAS Transfer List)
1. बी. कार्तिकेय धनजी (IAS 2008 बैच)
नई जिम्मेदारी – सचिव, लघु जल संसाधन विभाग बनाए गए हैं। पहले पद – सचिव, गन्ना उद्योग विभाग में थे। महत्व – ग्रामीण इलाकों में जल संसाधन चुनावी मुद्दा बन सकता है।
2. छिड़ीड़ भूटिया
नई जिम्मेदारी – अपर सचिव, स्वास्थ्य विभाग बनाएं गए हैं।
3. यशपाल मीना (पूर्व डीएम, वैशाली)
नई जिम्मेदारी – अपर सचिव, स्वास्थ्य विभाग बनाएं गए हैं। महत्व – चुनावी मौसम में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने का लक्ष्य है।
4. रजनीश कुमार सिंह
नई जिम्मेदारी – निबंधक, सहयोग समिति बनाएं गए हैं।
5. अंशुल अग्रवाल (IAS 2016 बैच)
नई जिम्मेदारी – निबंधन महानिरीक्षक और उत्पाद आयुक्त बने। पहले पद – डीएम, बक्सर थे। महत्व – बक्सर से हटाना और नई भूमिका देना चुनावी और प्रशासनिक संतुलन की तैयारी मानी जा रही है।
6. नंदेश्वर लाल
नई जिम्मेदारी – प्रधान सचिव, गन्ना उद्योग विभाग मिला है। पहले पद – सचिव, खान एवं भूतत्व विभाग पर थे। महत्व – गन्ना उद्योग किसानों और चीनी मिल इलाकों से सीधे जुड़ा विभाग है, जिसका सीधा असर चुनावी समीकरणों पर पड़ सकता है।
प्रशासनिक संतुलन और चुनावी समीकरण दोनों
गन्ना उद्योग और जल संसाधन पर तैनातियां किसानों को साधने का प्रयास हैं। स्वास्थ्य विभाग में बदलाव से सरकार चुनाव से पहले मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करना चाहती है। बक्सर से डीएम का हटना प्रशासनिक संतुलन और चुनावी समीकरण दोनों से जुड़ा हुआ माना जा रहा है।