
बिहार में पाकिस्तानी धमकी! बम ब्लास्ट अलर्ट से हड़कंप – एजेंसियां एक्टिव मोड में। “रोक सकते हो तो रोक लो” – पाकिस्तान से आई धमकी ने बिहार में मचाया खौफ। चुनाव से पहले बिहार में पाकिस्तानी साजिश? सोशल मीडिया पर धमकी से मचा बवाल।
12 सितंबर को धमाके की धमकी! पाकिस्तानी हैंडल से आया मैसेज– जानिए पूरा सच
बिहार में बम धमाके की धमकी! पाकिस्तान से आया संदेश, पुलिस-एजेंसियां अलर्ट। भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बनाने की चेतावनी! बिहार में क्यों बढ़ा अलर्ट लेवल? 12 सितंबर को धमाके की धमकी! पाकिस्तानी हैंडल से आया मैसेज – जानिए पूरा सच। गुरुद्वारे से कोर्ट तक मिल चुकी धमकियां – अब पाकिस्तान से आई सीधी चुनौती
पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल से बिहार में बम ब्लास्ट की धमकी, अलर्ट जारी
पटना, देशज टाइम्स। बिहार में विधानसभा चुनावी माहौल के बीच सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी चुनौती मिली है। शुक्रवार दोपहर लगभग चार बजे पुलिस मुख्यालय को पाकिस्तानी सोशल मीडिया (X) हैंडल से धमकी भरा संदेश मिला। इसमें लिखा गया है कि 12 सितंबर की शाम चार बजे बिहार में बम ब्लास्ट होगा।
धमकी का स्रोत और संदेश की सामग्री
धमकी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से भेजे गए ‘चौधरी अशद’ नामक एक्स हैंडल द्वारा दी गई। इस हैंडल का संबंध पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीके लब्बैक से बताया जा रहा है।
संदेश में लिखा गया – “यदि रोक सकते हो तो रोक कर दिखाओ।” इस धमकी ने चुनावी माहौल में सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पंकज दराद ने सभी जिलों को अलर्ट जारी किया। निर्देश दिए गए हैं कि बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड की तैनाती रखें। भीड़भाड़ वाले इलाकों और धार्मिक स्थलों पर कड़ी निगरानी रहे। संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई हो। आम नागरिकों से भी सतर्क रहने और पुलिस की मदद करने की अपील की गई।
पहले भी मिली धमकियां
9 सितंबर: पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरमंदिर साहिब को उड़ाने की धमकी मिली थी। 29 अगस्त: पटना सिविल कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिली। साथ ही, तीन पाकिस्तानी आतंकियों के बिहार में छिपे होने की खबर फैली थी, जिसे पुलिस ने अफवाह बताया है।
सीमावर्ती जिलों में बढ़ी सतर्कता
नेपाल में हाल की हिंसक गतिविधियों और राजनीतिक अस्थिरता के कारण सतर्कता बढ़ाई गई। सुरक्षा एजेंसियों ने सीमावर्ती जिलों में निगरानी कड़ी कर दी है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों को संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने का आदेश मिला है।
चुनाव से पहले सुरक्षा का बड़ा सवाल
चुनावी समय में किसी भी हिंसक घटना से राजनीतिक प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। नागरिकों में डर और अस्थिरता का माहौल बन सकता है। प्रशासन ने साफ किया है कि सतर्कता और सुरक्षा ही सबसे बड़ा उपाय है। पुलिस और नागरिकों के आपसी सहयोग से ही शांति बनाए रखना संभव है। यह धमकी बिहार की सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर चेतावनी मानी जा रही है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं।