अवैध वसूली, लापरवाही, वादे हजार मगर फंसानें यही-जाले में –अलीनगर-कुशेश्वरस्थान के किसान बोले – खेती छोड़ दूंगा ‘मालिक’। जी हां, ‘मालिक’…किसान आज दासत्व भाव में हैं। जाले किसान मेला में कई ऐसी बातें सच्चाई उभरकर सामनें आईं जो सिंचाई संकट और महंगे खाद से टूटी किसानों की कमर को जोड़ने में नाकाफी रही। किसानों के ज्यादातर परेशानी के लम्हें यहां उजागर हो गए। सच्चाई खुद-ब-खुद पटल पर आई। सरकार यानि ‘मालिक’ भी सकते में, आनन-फानन में मंत्री जी फोन घनघना उठी जहां किसानों का सीधा आरोप था – नलकूप संचालक अवैध वसूली कर रहे हैं। खाद 600 रुपए तक बेचा गया है। पढ़िए जाले से देशज टाइम्स की यह रिपोर्ट।
धान की रोपाई फंसी संकट में! इतना ही नहीं, बिजली विभाग की लापरवाही पर किसानों का गुस्सा यूं फूटा। कहा- किसान बोले – सरकार देती है वादे, मगर समय पर नहीं मिलता बीज और खाद। अलीनगर-कुशेश्वरस्थान से पहुंचे किसानों की फरियाद सुनिए, साफ-साफ दो टूक कहा – खेती छोड़ने को मजबूर हूं।
किसानों का दर्द सुनते ही मंत्री प्रेम कुमार ने DM कौशल कुमार को फोन लगाया। सख्त निर्देश दिए। कहा- अब पैक्स से धान-गेहूं के साथ सब्जी की भी होगी खरीद, मंत्री ने की बड़ी घोषणा। दावा – किसानों के खाते में 48 घंटे में पैसा ट्रांसफर, लक्ष्य का 88% पूरा। कटहल, केला और जर्दालू आम हुआ एक्सपोर्ट! अब नेपाल और दुबई भेजा जा रहा बिहार का फल। जाले में बनेगा नया कोल्ड स्टोरेज, बस जमीन चिन्हित कीजिए। पढ़िए छलकते किसानों के आंसूं…जाले देशज टाइम्स।
जाले के किसान मेले में किसानों की समस्याएं हुईं उजागर
जाले स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में सोमवार को आयोजित किसान मेला में अलीनगर और कुशेश्वरस्थान प्रखंड के किसानों ने अपनी समस्याएँ खुलकर रखीं। किसानों ने कहा कि सिंचाई व जल संकट के कारण समय पर धान की रोपाई नहीं हो पा रही है।
किसानों की प्रमुख शिकायतें
कुशेश्वरस्थान प्रखंड के भदहर पंचायत वासी शम्भु साहू के पुत्र शिव कांत कुमार, स्व. चंदेश्वर साहू के पुत्र लक्ष्मी साहू, महरी डीह वार्ड 12 निवासी हरु सादा के पुत्र चंदेश्वर सादा, छोटकी भदहर वार्ड 6 निवासी रुमक सुदन कमती के पुत्र राम चंदर कामती, ओराही पंचायत के मिस्सी वार्ड 13 निवासी रूप लाल चौपाल के पुत्र धनेश्वर चौपाल और हिरनी गांव वार्ड 10 निवासी राम स्वरूप राम के पुत्र सुरेश राम ने बताया कि सिंचाई और जल संकट ने किसानों की कमर तोड़ दी है।
निजी नलकूप संचालकों द्वारा अवैध उगाही की जा रही है। बिजली विभाग की लापरवाही से खेतों तक बिजली आपूर्ति नहीं पहुँच रही है। उर्वरक दुकानदारों द्वारा यूरिया खाद निर्धारित मूल्य ₹266 की जगह ₹400–600 तक बेचा जा रहा है। जबकि प्रखंड कृषि पदाधिकारी के सामने यह ₹350 में उपलब्ध कराया जाता है। अधिक लागत के कारण कई किसानों ने खेती करना बंद कर दिया है।
अलीनगर प्रखंड के किसानों की शिकायतें
अलीनगर प्रखंड के हरियठ पंचायत वार्ड 16 निवासी भीखारी चौपाल, लहटा तमौल सुहथ पंचायत वासी स्व. डोमी यादव के पुत्र मदन यादव और राम अवतार यादव के पुत्र संजय यादव ने कहा कि सरकार किसानों को लाभ देने की बात करती है, परंतु:
पैक्स द्वारा न समय पर धान की खरीदारी होती है। न समय पर खाद और बीज उपलब्ध होता है। खाद लेने के लिए किसानों को निर्धारित राशि से अधिक कीमत चुकानी पड़ती है।
सहकारिता मंत्री का जवाब
इस पर सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने कहा:
बिहार में निर्धारित लक्ष्य का 88% प्राप्त कर लिया गया है। पैक्सों के माध्यम से किसानों से 40 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। किसानों को 48 घंटे के भीतर ही पैक्सों से भुगतान खातों में ट्रांसफर किया गया है। अब पैक्स के जरिए धान, गेहूँ के साथ-साथ सब्जी की भी खरीदारी हो रही है।
इसके लिए 97 प्रखंडों में गोदाम और कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। सिंघवाड़ा में निर्माण प्रारम्भ हो चुका है और जाले में भी जल्द निर्माण होगा।
किसानों को निर्यात से लाभ
मंत्री ने बताया कि बिहार सरकार ने पहली बार:
बिहार का कटहल, करैला, बैंगन, परवल, हाजीपुर का केला और जर्दालू आम दुबई भेजने का काम किया है। दुबई के बाद अब यह उत्पाद नेपाल भी भेजा जा रहा है, जिससे किसानों को उचित दाम मिलेगा।
तुरंत कार्रवाई का निर्देश
किसानों की शिकायत सुनने के बाद मंत्री ने संज्ञान लेते हुए डीएम कौशल किशोर से दूरभाष पर संपर्क किया और लघु सिंचाई विभाग एवं कृषि विभाग को किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान का निर्देश दिया।