मनोज कुमार झा, अलीनगर, देशज टाइम्स। प्रखंड पंचायत समिति की सामान्य बैठक पूर्व निर्धारित समय के अनुसार बुधवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय की सभा भवन मे दिन के 1 बजे से शुरू होना था, जो कुछ विलंब के साथ पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के आने के साथ बैठक की शुरुआत तो शांतिपूर्ण वातावरण में हुई लेकिन जैसे-जैसे बैठक आगे बढ़ता गया सदन में पदाधिकारी के जवाब से जनप्रतिनिधि काफी उत्तेजित हो गए और हो हंगामा के साथ शोर शराबा शुरू हो गया।
अलीनगर की पंचायत बैठक में हंगामा! आंगनबाड़ी भ्रष्टाचार पर जनप्रतिनिधियों का बवाल
अलीनगर पंचायत के मुखिया मनेसुर रहमान एवं कई पंचायत समिति सदस्यों ने आंगनबाड़ी केंद्र में भ्रष्टाचार का मुद्दा खुलकर उठाया जिसे सीडीपीओ अंजू कुमारी ने खंडन करते हुए ऐसा नहीं होने का आरोप लगाया, जिससे जन प्रतिनिधियों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया और वह बैठक का बहिष्कार कर निकलने लगे, उनका आरोप था कि एक भी केंद्र सही मानक के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में नहीं चल रहा है।
“दो-चार बच्चों से चल रहा केंद्र”! आंगनबाड़ी घोटाले का आरोप, बैठक में मचा घमासान
केंद्र पर दो-चार बच्चों को छोड़कर कोई भी नहीं रहता है, उसमें भी आंगनबाड़ी सेविका के अपने परिवार के बच्चे ही वहां कोरम पूरा करने के लिए रखे रहते हैं। वही पदाधिकारी के काफी मान मनोबल के बाद जन प्रतिनिधि बैठक में बैठे और फिर सामान्य रूप से संचालन शुरू हुआ। लहटा तुमौल पंचायत की मुखिया सतीश चंद्र झा ने सीडीसी पर आरोप लगाया कि जब भी हम आपको कॉल करते हैं तो एक जनप्रतिनिधि होने के नाते आप मेरा कॉल नहीं उठाते हैं इससे बड़ा दुखद स्थिति क्या हो सकता है।
जर्जर स्कूल भवन से बच्चों की जान पर खतरा, पंचायत समिति ने उठाई मांग
कम से कम साल 2 साल पर भी तो एक बार कॉल रिसीव कर लीजिए ,उन्होंने वार्ड 3 एवं 1 में भवन नहीं होने के कारण केंद्र का संचालन सही से नहीं हो होने को लेकर इसका समाधान करने का सीडीपीओ से अनुरोध किया।
अफसरों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ेंगे तभी होगा बदलाव” – बैठक में गूंजा बड़ा बयान
पंसं मोहम्मद शकील एवं मोहम्मद नौशाद ने सभी जगह निजी भवनों में केंद्र संचालक करने के कारण सही से केंद्र नहीं चलने का आरोप लगाते हुए सभी जगह सरकारी भवनों में केंद्र शिफ्ट करने की मांग की, हरियठ पंचायत के मुखिया मोहम्मद इम्तियाज आलम इसी पंचायत की पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद शकील के बीच मनरेगा योजना को लेकर अलग-अलग बातें रखा, शकील ने आरोप लगाया कि एक ही योजना को जब पंचायत समिति के द्वारा प्रस्ताव पारित किया जाता है तो फिर इस योजना को मुखिया के द्वारा क्यों पारित करवाया जाता है, इसलिए ऐसा नहीं होना चाहिए उन्होंने मनरेगा योजनाओं की जांच करने की मांग की, जिस पर मुखिया मोहम्मद इम्तियाज ने पूरे प्रखंड क्षेत्र के मनरेगा योजनाओं में गड़बड़ी की जांच करने का प्रस्ताव रखा, जिससे दूसरे पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने इसका विरोध किया, दूसरे पंचायत की जांच करवाने वाले आप कौन होते हैं।
मध्याह्न भोजन का खुलासा: 250 बच्चों का नाम, पर स्कूल में न शिक्षक न छात्र!
मोहम्मद शकील ने आरोप लगाया कि शिक्षक हाजिरी बनाने के बाद विद्यालय से निकल जाते हैं इसकी लगातार जांच होनी चाहिए जिसका कई सदस्यों ने भी समर्थन किया और कहा यह गंभीर विषय है। पंसं मोहम्मद शकील ने आरोप लगाया कि जब तक विद्यालयों में सरकारी अफसर के बच्चे नहीं पढ़ेंगे तब तक सरकारी विद्यालयों का दिन नहीं बदलने वाला है नहीं तो जितने पैसा सरकार शिक्षकों के वेतन पर खर्च करता है।
अलीनगर बैठक में कम उपस्थिति, 11 में से सिर्फ 5 मुखिया और 19 में से 7 सदस्य पहुंचे
वहीं, पैसा बच्चों के अभिभावक को सरकार दे दे और उसी पैसा से प्राइवेट विद्यालय में जिस प्रकार सरकारी पदाधिकारी अपने बच्चों को पढ़ाते हैं उसी प्रकार आम जनता भी अपने बच्चों को प्राइवेट विद्यालय में पढ़ाएंगे, जिससे उनकी अच्छी शिक्षा होगी।
जर्जर स्कूल भवन से बच्चों की जान पर खतरा, पंचायत समिति ने उठाई मांग
लहटा पंचायत के मुखिया सतीश चंद्र झा ने लहटा गांव स्थित उपेंद्र समाज संस्कृत विद्यालय में नामांकित 250 सौ बच्चों का प्रत्येक दिन मध्यान भोजन बनने की बात बताया जबकि विद्यालय पर ना तो एक भी शिक्षक रहता है ना ही एक भी बच्चे रहते हैं तो फिर ऐसा क्यों, इसकी जांच कर उचित कार्रवाई करने का प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम कुमार ठाकुर के समक्ष सदन के द्वारा मांग रखा।
भुगतान में भेदभाव और मनरेगा में धांधली! पंचायत समिति सदस्यों का आरोप
पंसं प्रेम कुमार यादव ने कुमरौल गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर होने की बात बताया वह भवन कभी भी धराशाई हो सकता है जिससे बच्चों की जान कभी भी क्षति हो सकती है, इसलिए जल्द से जल्द वहां भवन बनाने का मांग रखा। बैठक में पंस पुरुषोत्तम सिंह ने मनरेगा योजनाओं का कार्य करने के बाद भी भुगतान समय से नहीं होने का आरोप लगाया साथ ही सदस्यों के साथ भेदभाव करने का भी बात कहा।
बैठक में हंगामा: मुखिया और समिति सदस्यों ने किया आंगनबाड़ी केंद्रों पर बड़े खुलासे
पंसं इंदु देवी ने भी कई मुद्दों को सदन में उठाया सबसे बड़ी विडंबना यह थी कि प्रखंड क्षेत्र में पंचायत के मुखिया हैं 11 जिनमें से सिर्फ 5 पंचायत के मुखिया एवं 19 पंचायत समिति सदस्यों में से सिर्फ 7 समिति सदस्य ही बैठक में उपस्थित थे, उसमें भी महिलाओं की संख्या सिर्फ 2 ही देखी गई। वही कार्यक्रम में पूर्व की बैठक पर भी चर्चाएं की गई।
बैठक में रहीं इनकी मौजूदगी
बैठक में प्रमुख सविता कुमारी, बीडीओ परमानंद प्रसाद, सीओ कुमार शिवम, एम ओ मोनिका कुमारी, सीडीपीओ अंजू कुमारी, बिजली विभाग के जेई मदन मोहन दास, पंचायती राज पदाधिकारी अभिषेक प्रभाकर, बीईओ रामकुमार ठाकुर, सीएचसी प्रभारी डॉक्टर विमलेश प्रकाश, सहकारिता पदाधिकारी अमित कुमार, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उत्तम कुमार के अलावा मुखिया विप्लव चौधरी, अतहर हुसैन, पंस संतोष ठाकुर समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सविता कुमारी कर रही थी।