प्रभाष रंजन, दरभंगा | बिहार की लोकप्रिय लोक गायिका मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur) अब राजनीति के मैदान में उतर सकती हैं।
भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेताओं से हुई उनकी मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में नई हलचल पैदा कर दी है।
विनोद तावड़े और नित्यानंद राय से मुलाकात ने बढ़ाई अटकलें
हाल ही में भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से मैथिली ठाकुर की मुलाकात की तस्वीरें वायरल हुई हैं। इसके साथ ही तावड़े के ट्वीट ने राजनीतिक चर्चाओं को और हवा दे दी है।
विनोद तावड़े ने लिखा —
“बिहार की बिटिया मैथिली ठाकुर बदलते बिहार की रफ्तार को देखकर फिर से बिहार लौटना चाहती हैं। हमने उनसे आग्रह किया कि वे बिहार की जनता और विकास के लिए योगदान दें। उन्हें अनंत शुभकामनाएँ!”
बेनीपट्टी या अलीनगर से मिल सकता है टिकट
सूत्रों के अनुसार, मैथिली ठाकुर भाजपा के टिकट पर दरभंगा जिले के अलीनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती हैं। उनका ननिहाल बहादुरपुर थाना क्षेत्र के खराजपुर गांव में है।
हालांकि, यह भी चर्चा है कि बेनीपट्टी सीट (उनका पैतृक क्षेत्र) से भी उन्हें मौका दिया जा सकता है। वर्तमान में यह सीट भाजपा विधायक विनोद नारायण झा के पास है, जो दो बार विधायक और एक बार विधान पार्षद रह चुके हैं।
कौन हैं Maithili Thakur?
बेनीपट्टी (मधुबनी) की रहने वाली मैथिली ठाकुर ने महज 11 साल की उम्र में जी टीवी के ‘सारेगामापा लिटिल चैंप्स’ से देशभर में पहचान बनाई थी।
उन्होंने भजन, लोकगीत और फिल्मी गानों के जरिए अपनी अलग पहचान बनाई है।
2024 लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने उन्हें जन जागरण का ब्रांड एंबेसडर बनाया था।
जुलाई 2025 में वे 25 वर्ष की हुईं, यानी अब वे विधानसभा चुनाव लड़ने की पात्र हैं।
BJP में नए चेहरे की तलाश, मैथिली बन सकती हैं युवा प्रतीक
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा इस बार युवा और सांस्कृतिक रूप से लोकप्रिय चेहरों को आगे लाने की रणनीति पर काम कर रही है।
मैथिली ठाकुर का मिथिला और युवा वर्ग में गहरा प्रभाव पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
पार्टी के अंदर भी चर्चा तेज
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मैथिली ठाकुर का नाम शीर्ष नेतृत्व तक भेजा गया है। यदि उन्हें टिकट मिलता है तो भाजपा मिथिला क्षेत्र में महिला और युवा वोटरों को साधने की कोशिश करेगी।
सबकी निगाहें इस बात पर
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भाजपा मैथिली ठाकुर को आखिर किस सीट से उम्मीदवार घोषित करती है — बेनीपट्टी या अलीनगर?
किसी भी स्थिति में, बिहार की लोक संस्कृति और राजनीति का यह संगम ऐतिहासिक साबित हो सकता है।