दरभंगा-समस्तीपुर सीमा पर हुई एक वीभत्स घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। पिछले कई दिनों से लापता एक युवक का सिर कटा शव बरामद होने से हड़कंप मच गया है। इस जघन्य वारदात के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है, और पुलिस-प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है।
समस्तीपुर जिले के वारिसनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत किशनपुर बैकुंठ गांव निवासी 26 वर्षीय गोलू कुमार सिंह के लापता होने का मामला अब एक दिल दहला देने वाले मोड़ पर आ पहुंचा है। हायाघाट थाना क्षेत्र के चकवा भरवाड़ी गांव स्थित एक पोल्ट्री फार्म से 15 नवंबर की सुबह रहस्यमय ढंग से गायब हुए गोलू का क्षत-विक्षत शव पांच दिनों बाद नदी किनारे से बरामद किया गया है। शव मिलने के बाद से ही पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है, और लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
लापता युवक की तलाश और परिवार का दर्द
गोलू के परिवारवाले बीते चार दिनों से उन्हें तलाशने के लिए दर-दर भटक रहे थे। गोलू की मां नीलम देवी ने बताया कि उनके बेटे की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वह किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करता था और अन्य दिनों की तरह 14 नवंबर की रात को पोल्ट्री फार्म पर सोने के लिए गया था। लेकिन 15 नवंबर की सुबह से वह लापता पाया गया। परिजनों ने गोलू को खोजने के लिए माइकिंग, पोस्टर, सोशल मीडिया और आसपास के गांवों में व्यापक स्तर पर खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला था।
गोलू के पिता बिजेंद्र सिंह ने बताया कि उनका बेटा पिछले दस वर्षों से पोल्ट्री फार्म चला रहा था और रोजाना रात वहीं सोता था। 15 नवंबर के बाद से उसका कुछ पता नहीं था, और अब शव मिलने से उनका पूरा परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। परिजनों ने प्रशासन से जल्द से जल्द दोषियों को पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की है।
पुराने विवाद से जुड़ा शक और पुलिस की जांच
गोलू के बड़े भाई संजीत कुमार ने पुलिस को बताया था कि उन्हें एक व्यक्ति पर पहले से ही संदेह था। यह संदेह मोबाइल चोरी के एक पुराने विवाद से जुड़ा था। इस जानकारी के बाद पुलिस ने इस बिंदु पर भी जांच शुरू कर दी थी।
चकवा भरवाड़ी के पैक्स अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि लापता होने के पांचवें दिन नदी किनारे से पहले गोलू का धड़ बरामद हुआ था, लेकिन उसकी पहचान तुरंत नहीं हो पाई थी। इसके अगले दिन, यानी छठे दिन, जब घटनास्थल से कुछ दूरी पर सिर अलग से बरामद हुआ, तब जाकर शव की पहचान गोलू के रूप में हुई। घटना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने डॉग स्क्वॉड की मदद से घटनास्थल की गहन जांच पड़ताल की है।
इलाके में आक्रोश और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
हायाघाट के प्रभारी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने जानकारी दी कि गोलू के लापता होने के बाद कांड संख्या 212/25 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई थी। अब शव बरामद होने के बाद अपहरण और हत्या की आशंका और भी मजबूत हो गई है। पुलिस फिलहाल कई अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही है। थानाध्यक्ष ने कहा, “हम लगातार खोजबीन कर रहे थे। अब शव मिलने के बाद मामले को वैज्ञानिक तरीके से जांचा जा रहा है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
पैक्स अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे इलाके में पहले कभी इतना भयावह अपराध नहीं हुआ। युवक का सिर काटकर हत्या कर फेंक देना अत्यंत निंदनीय है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा – यहां तक कि फांसी की सजा – मिलनी चाहिए।” स्थानीय ग्रामीणों में भी इस जघन्य हत्या को लेकर भारी आक्रोश है। लोग पुलिस-प्रशासन से इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।




