back to top
27 नवम्बर, 2025

दरभंगा में दलहन, तिलहन की बुआई पर सरकारी बीज का संकट, दर-दर भटकते किसान, बीत रहा मौसम, अब होगा उग्र आंदोलन, अल्टीमेटम

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

अलीनगर,दरभंगा देशज टाइम्स: कड़ाके की ठंड और गेहूं की बुवाई का समय। सरकारी बीज लेने पहुंचे किसानों की लंबी कतारें लगी थीं, लेकिन जब उन्हें बताया गया कि उन्हें सिर्फ गेहूं मिलेगा, बाकी दलहनी-तिलहनी फसलें नहीं, तो आक्रोश भड़क उठा। अब सवाल यह है कि क्या इन किसानों को समय पर बीज मिल पाएगा या उन्हें आंदोलन का रास्ता चुनना होगा?

- Advertisement - Advertisement

सरकारी बीज के लिए किसानों की जद्दोजहद

दरभंगा के अलीनगर प्रखंड क्षेत्र के किसानों को सरकारी बीज प्राप्त करने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। सोमवार को प्रखंड कृषि भवन पर गेहूं बीज वितरण के लिए सुबह से ही किसानों की लंबी कतारें देखी गईं। निर्धारित व्यवस्था के अनुसार, प्रतिदिन तीन पंचायतों के किसानों को सूचित कर बीज वितरण के लिए बुलाया जा रहा है। इसी क्रम में गरौल, हनुमाननगर और धामुआरा-धमसाइन पंचायत के किसानों को फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन के बाद बीज वितरित किया जाना था।

- Advertisement - Advertisement
यह भी पढ़ें:  नशा मुक्ति दिवस पर दरभंगा में हुई बड़ी हलचल, डीएम ने दिलाया पूर्ण शराबबंदी का संकल्प; जानें पूरी कहानी

हालांकि, किसानों का गुस्सा उस समय भड़क उठा, जब उन्हें पता चला कि गेहूं के बीज के साथ मसूर, मटर, सरसों और चना जैसी दलहनी व तिलहनी फसलों के बीज उपलब्ध नहीं हैं। किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा, जिससे उनमें भारी निराशा देखने को मिली।

- Advertisement -

क्यों खाली हाथ लौटे किसान?

किसानों का आरोप है कि हर वर्ष इसी तरह बीज की कमी हो जाती है, जिससे समय पर खेती करने में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मजबूरी में किसानों को बाजार से महंगे दामों पर मटर, मसूर, सरसों और गेहूं के बीज खरीदने पड़ते हैं, जिससे उनकी लागत बढ़ जाती है। इस साल भी ऐसी ही स्थिति होने से वे चिंतित हैं।

यह भी पढ़ें:  दरभंगा में जनसुनवाई: City SP अशोक कुमार ने मौके पर सुलझाई कई शिकायतें, 8 आवेदकों ने रखी अपनी बात

कृषि पदाधिकारी ने दिया आश्वासन, बुधवार को मिलेंगी सभी फसलें

इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामकुमार मंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को हरसिंगपुर, अलीनगर और मोतीपुर पंचायत के किसानों को सर्वर काम न करने के कारण ऑनलाइन बिलिंग नहीं हो पाई थी। उस दिन सभी किसानों को एक किसान पंजीयन पर 40 किलोग्राम का गेहूं बीज का बैग दिया गया था, लेकिन ऑनलाइन बिलिंग की समस्या के चलते परेशानी हो रही थी।

मंडल ने बताया कि अब बिल काटने के बाद ही बीज दिया जाएगा, ताकि सभी किसानों को सभी फसलों के बीज उपलब्ध कराए जा सकें। इसके लिए गरौल, हनुमाननगर और धामुआरा-धमसाइन पंचायत के किसानों सहित सभी संबंधित किसानों को बुधवार को बुलाया गया है, ताकि उन्हें सभी आवश्यक बीज मिल सकें।

यह भी पढ़ें:  बेनीपुर जेल में प्रधान जिला जज का औचक दौरा, बंदियों की सुविधाओं का लिया जायजा

आंदोलन की चेतावनी

सोमवार को बीज के लिए पहुंचे गरौला, हनुमाननगर और धमुआरा-धमसाइन पंचायत के किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा। इन किसानों में विद्यानन्द यादव, मो. सलीम, जमुना देवी, फूलो देवी, श्रीवती देवी, सुदामा देवी, ममता देवी, अनीता देवी, संतोष चौपाल, नीलम देवी और कमलेश यादव शामिल थे। इन किसानों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि बुधवार को उन्हें सभी आवश्यक बीज नहीं मिलते हैं, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

- Advertisement -

जरूर पढ़ें

बिहार में भीषण ठंड का कहर: IMD ने दी विशेष सावधानी बरतने की चेतावनी, लोगों की बढ़ी मुश्किलें

बिहार में इन दिनों कड़ाके की ठंड ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिसकी...

बिहार में समय से पहले सर्दी का ‘थर्ड डिग्री टॉर्चर’! रोहतास सबसे ठंडा, 6 जिलों में पारा 10 के नीचे

बिहार में समय से पहले सर्दी का सितम, पछुआ हवाओं ने गिराया पारा, रोहतास...

बिहार में ठंड का ‘टॉर्चर’! रोहतास बना शिमला, 6 जिलों में पारा 10 डिग्री के नीचे, मौसम विभाग का अलर्ट

पटना मौसम समाचार बिहार में नवंबर का महीना खत्म भी नहीं हुआ और सर्दी ने...

पूर्णिया के GD गोयनका पब्लिक स्कूल ने लहराया परचम, निरीक्षण टीम ने जमकर की तारीफ

पूर्णिया न्यूज़: शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करना किसी भी संस्थान के लिए...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें