बिहार की धरती पर बीते कुछ दिनों से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है, जिससे सूबे की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। राजधानी पटना से लेकर छोटे कस्बों तक, गोलियों की गूंज और खूनी वारदातें आम हो गई हैं। क्या यह ‘जंगलराज’ की वापसी है, जिस पर अब विपक्ष ने सीधे प्रधानमंत्री मोदी को घेरा है?
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने बीते कुछ दिनों में बिहार के विभिन्न जिलों में हुई आपराधिक घटनाओं को लेकर नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता सम्राट चौधरी पर जमकर निशाना साधा है। आरजेडी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के जरिए कई पोस्ट किए हैं, जिनमें इन घटनाओं का जिक्र करते हुए इसे “मोदी-नीतीश का महाजंगलराज” बताया गया है।
आरजेडी ने इन वारदातों को रेखांकित करते हुए सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उनके मुताबिक, मधेपुरा से लेकर पटना तक कई गंभीर घटनाएं हुई हैं, जो राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती हैं।
अपराध की घटनाओं का सिलसिला
आरजेडी द्वारा उठाए गए प्रमुख मामले इस प्रकार हैं:
- मधेपुरा में एक बढ़ई की गोली मारकर हत्या।
- सीतामढ़ी में गोलीबारी की घटना, जिसमें एक युवक को गोलियां लगीं।
- सोनपुर में अपराधियों ने एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी।
- बेतिया में एक बारात पर ताबड़तोड़ फायरिंग, जिससे कई बाराती घायल हुए।
- गोपालगंज में शादी समारोह के दौरान हुई फायरिंग में भी कई लोगों को गोलियां लगीं।
- पटना के एक होटल में खाना खाने के बाद पैसे मांगने पर हुई गोलीबारी की घटना।
- मधुबनी में तीन युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।
- भागलपुर में एक बारात पर हमला कर बारातियों से लूटपाट, महिलाओं से छेड़खानी और दूल्हे के जान बचाकर भागने का मामला।
- पटना में ट्रिपल मर्डर की सनसनीखेज घटना।
- रोहतास में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत।
इन घटनाओं का जिक्र करते हुए आरजेडी ने तंज कसते हुए कहा कि “मोदी जी सिक्सर की गोलियां आपके समर्थक अब गरीब लोगों पर चला रहे हैं।”
पीएम मोदी के ‘सिक्सर’ बयान पर पलटवार
आरजेडी का यह पलटवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुराने बयान से जुड़ा है। विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भोजपुरी गाने के बोल “मारी सिक्सर के छह गोली…” का जिक्र कर आरजेडी पर हमला बोला था। अब आरजेडी ने उन्हीं के शब्दों का इस्तेमाल करते हुए बिहार में हो रही आपराधिक घटनाओं के लिए मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
आरजेडी ने अपने पोस्ट में इसे “भाजपाई जंगलराज” और “मोदी है तो मुमकिन है” जैसे जुमलों से भी जोड़ा है, जिसमें “सम्राट अपराधियों” द्वारा घटनाओं को अंजाम देने का आरोप लगाया गया है। विपक्षी दल ने सत्ताधारी दल पर कानून व्यवस्था को पूरी तरह से विफल करने का आरोप लगाया है, जबकि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री पर निष्क्रियता का आरोप लगाया गया है। इन लगातार हो रही वारदातों ने राज्य में राजनीतिक बयानबाजी को और तेज कर दिया है।


