पटना: बिहार की राजनीति में एक बार फिर आवास को लेकर हलचल तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी को नया सरकारी आवास आवंटित किया गया है, जिसके बाद उन्हें अपना दशकों पुराना ठिकाना खाली करना होगा। इस फैसले पर जहां सत्ता पक्ष इसे सरकारी प्रक्रिया बता रहा है, वहीं विपक्ष ने इसमें गहरी साजिश की बू आने का आरोप लगाया है।
नीतीश सरकार के भवन निर्माण विभाग ने बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राबड़ी देवी को हार्डिंग रोड पर स्थित आवास संख्या-39 आवंटित किया है। इस आवंटन के साथ ही उन्हें 10 सर्कुलर रोड स्थित अपना वर्तमान आवास खाली करने का निर्देश दिया गया है। विभाग की ओर से मंगलवार (25 नवंबर, 2025) को इस संबंध में आधिकारिक पत्र भी जारी कर दिया गया है।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने इस पूरे घटनाक्रम को एक राजनीतिक साजिश करार दिया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि यह सरकार की बदले की भावना से की गई कार्रवाई है और उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है।
सरकार का क्या है कहना?
इस मामले पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार (26 नवंबर, 2025) को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह सामान्य सरकारी प्रक्रिया है। उन्होंने स्पष्ट किया, “यह जिस विभाग के तहत का मामला है, नियम के अनुसार हर बार नई सरकार आती है, आवास बदलने का, आवास आवंटन का एक तय प्रक्रिया है, उसके तहत ही यह सब हो रहा है।”
वहीं, मंत्री नितिन नवीन ने भी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव को सरकारी आवास खाली करने के नोटिस पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “यह एक सरकारी प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के तहत विधायकों को उनकी श्रेणी के अनुसार आवास आवंटित किया जाता है। यहां ऐसा कोई विषय नहीं है जिस पर मैं कोई प्रतिक्रिया दूं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह पूरी तरह से प्रशासनिक मामला है।
‘बाबरी मस्जिद’ पर भी बोले विजय सिन्हा
इसी बातचीत के दौरान उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद से जुड़े पोस्टर लगाए जाने के मुद्दे पर भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “दोबारा इस देश में कोई बाबर पैदा नहीं होगा जो बाबरी मस्जिद का नींव रख दे। भारत माता की संतानें जाग चुकी हैं। कोई बाबर की औलाद बाबरी मस्जिद भारत में नहीं बनाएगा। भारत में भगवान राम और मां जानकी का मंदिर ही बनेगा।”







