बेनीपुर : संविधान दिवस के अवसर पर बेनीपुर में एक ऐसा संदेश गूंजा जिसने हर किसी को भारतीय लोकतंत्र की आत्मा से रूबरू करा दिया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिव गोपाल मिश्र ने सभी को वो पाठ पढ़ाया, जिसकी नींव पर हमारा देश खड़ा है। आखिर क्या था वो आह्वान और कौन-कौन बना इस ऐतिहासिक पल का गवाह?
बेनीपुर में संविधान दिवस का आयोजन बेहद गरिमामय माहौल में किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष, श्री शिव गोपाल मिश्र ने एक महत्वपूर्ण पहल की। उन्होंने अदालत परिसर में उपस्थित सभी न्यायिक पदाधिकारियों, अधिवक्ता संघ के सदस्यों और न्यायालय के कर्मचारियों को भारतीय संविधान की प्रस्तावना का पाठ कराया। यह क्षण सभी के लिए संविधान के मूलभूत सिद्धांतों को आत्मसात करने का अवसर था।
इस अवसर पर अपने संबोधन में जिला न्यायाधीश श्री मिश्र ने संविधान के गहन महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि यह हमें आजादी और समानता के साथ जीवन जीने का मौलिक अधिकार प्रदान करता है। उनके अनुसार, भारत जैसे विशाल और विविध देश में भारतीय लोकतंत्र की आधारशिला हमारा संविधान ही है, जो देश को एक सूत्र में बांधे रखता है।
श्री मिश्र ने आगे कहा कि संविधान द्वारा स्थापित आदर्शों और मूल्यों का पालन करना हम सभी नागरिकों का परम कर्तव्य है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से यह अपील की कि वे अपने दैनिक कार्यों और जीवन शैली में संविधान के सिद्धांतों का अक्षरशः पालन करें। उनका यह आह्वान न्यायपालिका के सभी सदस्यों और समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक था।
संविधान के आदर्शों का सम्मान
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कई प्रमुख न्यायिक हस्तियां और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उनकी मौजूदगी ने समारोह की गरिमा को और बढ़ा दिया।
* जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम, श्री माधवेन्द्र सिंह
* जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश द्वितीय, श्री ऋषि गुप्ता
* जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव, सुश्री आरती कुमारी
* एसडीजेएम, श्री अनुराग तिवारी
* सिविल जज, श्री रोहित कुमार गुप्ता
* अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, श्री रामचंद्र यादव
* अधिवक्ता संघ के महासचिव, श्री संजीव कुमार झा
इनके अतिरिक्त, सभी अधिवक्तागण और न्यायालय के कर्मचारी भी इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में शामिल हुए।







