पटना, देशज टाइम्स : बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। राज्य के 16 जिलों के जिलाधिकारियों सहित कुल 37 भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी 25 दिनों की विशेष ट्रेनिंग पर जा रहे हैं। इस बड़े फैसले से राज्य के कई जिलों में प्रशासनिक कामकाज पर क्या असर पड़ेगा और यह प्रशिक्षण क्यों महत्वपूर्ण है, आइए जानते हैं।
राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, बिहार कैडर के कुल 37 आईएएस अधिकारी आगामी 25 दिनों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा बनने जा रहे हैं। इन अधिकारियों में 16 जिलों के मौजूदा जिलाधिकारी (DM) भी शामिल हैं, जो अपने-अपने जिलों की कमान संभालते हैं।
प्रशासनिक कामकाज पर संभावित प्रभाव
इतनी बड़ी संख्या में जिलाधिकारियों का एक साथ प्रशिक्षण पर जाना राज्य की प्रशासनिक मशीनरी के लिए एक चुनौती भी पेश कर सकता है। जिन 16 जिलों के डीएम ट्रेनिंग पर जाएंगे, वहां उनके स्थान पर अस्थायी व्यवस्था की जाएगी या अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाएगा। इससे संबंधित जिलों में विकास कार्यों और दैनिक प्रशासनिक गतिविधियों पर कुछ समय के लिए असर पड़ सकता है, हालांकि सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि कामकाज बाधित न हो।
हालांकि, इस प्रशिक्षण को प्रशासनिक दक्षता और क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। आधुनिक चुनौतियों और बदलती कार्यप्रणाली को समझने के लिए आईएएस अधिकारियों के लिए नियमित अंतराल पर प्रशिक्षण आवश्यक होता है।
प्रशिक्षण का उद्देश्य और अवधि
यह 25 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिकारियों को नवीनतम प्रशासनिक तकनीकों, नीतियों और लोक कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए तैयार करेगा। इसका उद्देश्य उन्हें वर्तमान शासन प्रणाली की चुनौतियों से निपटने और बेहतर निर्णय लेने में सक्षम बनाना है। जिन 37 अधिकारियों को इस प्रशिक्षण के लिए चुना गया है, उनमें विभिन्न रैंक और अनुभव वाले अधिकारी शामिल हैं, जिनमें 16 जिलों के जिलाधिकारी प्रमुख हैं। प्रशिक्षण की अवधि 25 दिन निर्धारित की गई है।
सूची में कौन-कौन शामिल?
इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए चुने गए 37 आईएएस अधिकारियों की विस्तृत सूची राज्य सरकार द्वारा जारी कर दी गई है। इस सूची में राज्य के विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों के साथ-साथ 16 महत्वपूर्ण जिलों के जिलाधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। यह प्रशिक्षण बिहार की प्रशासनिक क्षमता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।









You must be logged in to post a comment.