मधुबनी न्यूज़: एक लंबे अर्से से बंद पड़े मधुबनी चीनी मिल के फिर से चालू होने का रास्ता साफ हो गया है। कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी है, जिसके बाद इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस बंद पड़े मिल को दोबारा शुरू कराने के पीछे किस नेता की अहम भूमिका रही है?
मधुबनी विधानसभा के नव निर्वाचित विधायक माधव आनंद ने हाल ही में सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिस चीनी मिल को फिर से चालू करने का वादा उन्होंने चुनावी मैदान में किया था, वह अब पूरा होने की दिशा में पहला कदम बढ़ा चुकी है। कैबिनेट की हरी झंडी मिलने के बाद अब उम्मीद जगी है कि जल्द ही मिल की मशीनों में जान आ जाएगी और हजारों लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
चुनावी वादा और विधायक का पहला प्रयास
विधायक माधव आनंद ने बताया कि चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद से ही वे लगातार सक्रिय रहे। मुख्यमंत्री सहित तमाम बड़े नेताओं से उन्होंने कई दौर की मुलाकातें कीं और मधुबनी चीनी मिल के महत्व और इसे दोबारा चालू करने की आवश्यकता पर अपनी बात मजबूती से रखी। उनके अथक प्रयासों का ही नतीजा रहा कि पहली ही कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव पर सकारात्मक परिणाम सामने आया और मिल के पुनरुद्धार को मंजूरी मिल गई। यह कदम क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
‘ट्रिपल इंजन’ से होगा मधुबनी का सर्वांगीण विकास
माधव आनंद ने इस अवसर पर मधुबनी के सर्वांगीण विकास की अपनी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मधुबनी विधानसभा को एक ‘ट्रिपल इंजन’ का साथ मिलेगा, जिसमें सांसद, मेयर और विधायक तीनों मिलकर काम करेंगे। यह साझा प्रयास जिले के चहुंमुखी विकास को गति देगा और लंबित परियोजनाओं को गति मिलेगी।
इसके अलावा, विधायक ने शहर की प्रमुख समस्याओं में से एक बस स्टैंड के जीर्णोद्धार की भी घोषणा की। उन्होंने बताया कि जल्द ही एक आधुनिक बस स्टैंड का निर्माण किया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। साथ ही, उन्होंने एक नए स्टेडियम के निर्माण की बात भी कही, जो स्थानीय युवाओं को खेलकूद के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा और उन्हें एक मंच प्रदान करेगा। इन परियोजनाओं से जहां शहर की बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा, वहीं युवाओं को खेलकूद के बेहतर अवसर भी मिलेंगे।







