रोहतास न्यूज: शादियों का सीजन आते ही रौनक के साथ कुछ स्याह चेहरे भी सामने आने लगते हैं. नाच-गाने की महफ़िलों में अक्सर छुपी होती है एक काली सच्चाई, जिसका खुलासा रोहतास में हुआ है. पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 17 लड़कियों को ऐसी ही एक नाच पार्टी के दलदल से बाहर निकाला है, जिनके पीछे की कहानी आपको चौंका देगी.
क्या था पूरा मामला?
मामला रोहतास जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र के बडीहा गांव का है, जहां पुलिस को एक ‘नाच पार्टी’ के आयोजन की गुप्त सूचना मिली थी. जानकारी मिली कि इस पार्टी में कई लड़कियों को काम पर लगाया गया है, जिनमें से कई दूसरे राज्यों की हैं. सूचना मिलते ही नासरीगंज पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बडीहा स्थित आयोजन स्थल पर छापा मारा.
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से कुल 17 लड़कियों को रेस्क्यू किया. इन लड़कियों में से 10 छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं, जबकि शेष सात बिहार के अलग-अलग जिलों से ताल्लुक रखती हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इन लड़कियों को शादी और विवाह के मौकों पर होने वाली नाच पार्टियों में काम करने के लिए दूर-दराज से बुलाया गया था.
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
रोहतास जिले में शादी-ब्याह और अन्य उत्सवों के दौरान नाच पार्टियों का आयोजन आम बात है, और अक्सर इन पार्टियों में बाहर से नर्तकियों को बुलाया जाता है. पुलिस का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसे मामले सामने आए हैं. बीते समय में भी नाच पार्टियों से लड़कियों को मुक्त कराया गया है. रेस्क्यू की गई सभी लड़कियों को तत्काल सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. बाद में उन्हें सासाराम के सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के लिए भेजा गया.
स्वास्थ्य जांच के बाद इन लड़कियों को महिला कल्याण संगठन के सुपुर्द कर दिया गया. पुलिस अधिकारियों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई बेहद ज़रूरी है, क्योंकि कई बार इन लड़कियों को शोषण और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है. उनका प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इन लड़कियों को सुरक्षित वातावरण मिले और उनके परिवारों से संपर्क साधा जा सके.
पुलिस और महिला कल्याण संगठन की साझा पहल
महिला कल्याण संगठन अब इन रेस्क्यू की गई लड़कियों को मानसिक और सामाजिक संबल प्रदान कर रहा है. संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि लड़कियों को उनके अधिकारों और सुरक्षित जीवन के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है. यह घटना एक बार फिर उजागर करती है कि शादी-ब्याह के सीज़न में नाच पार्टी के नाम पर लड़कियों को काम पर बुलाने का यह सिलसिला रोहतास जिले में लगातार जारी है.
पुलिस और महिला कल्याण संगठन मिलकर इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाने और लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाने की तैयारी में हैं. इस रेस्क्यू ऑपरेशन से इन लड़कियों को एक नई और सुरक्षित शुरुआत मिली है, जिससे उन्हें अपने भविष्य को संवारने का अवसर मिल पाएगा.






