मधुबनी न्यूज़: क्या बाल विवाह जैसी कुप्रथा समाज से पूरी तरह मिटाई जा सकती है? इसी संकल्प के साथ मधुबनी में एक बड़ा अभियान चल रहा है। ‘बाल विवाह मुक्त भारत अभियान’ की पहली वर्षगांठ पर जिलाधिकारी आनंद शर्मा की अगुवाई में हजारों लोगों ने यह कसम खाई कि जिले में अब एक भी बच्ची का बचपन शादी की बेड़ियों में नहीं बंधेगा। यह शपथ समाज को इस गंभीर बुराई से पूरी तरह मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
डीएम की अगुवाई में लिया गया संकल्प
गुरुवार, 27 नवंबर 2025 को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में एक विशेष शपथ समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता स्वयं जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने की। यहाँ उपस्थित सभी लोगों को बाल विवाह उन्मूलन के लिए सामूहिक शपथ दिलाई गई। इस दौरान डीएम ने सभी से आह्वान किया कि वे अपने स्तर पर इस सामाजिक बुराई को खत्म करने में योगदान दें।
बाल विवाह उन्मूलन हेतु शपथ के प्रमुख बिंदु
शपथ समारोह में जिलाधिकारी ने उपस्थित लोगों को निम्नलिखित संकल्प दिलाया:
- मैं शपथ लेता / लेती हूँ कि मैं बाल विवाह के खिलाफ हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी।
- मैं सुनिश्चित करूंगा/करूंगी कि मेरे परिवार, पड़ोस और समुदाय में किसी बालिका का बाल विवाह न होने पाए।
- मैं ऐसे किसी भी बाल विवाह के प्रयास की सूचना पंचायत और सरकार को दूंगा/दूंगी।
- मैं बच्चों की शिक्षा एवं सुरक्षा के लिए भी अपनी आवाज बुलंद करूंगा /करूंगी और बाल विवाह मुक्त भारत का निर्माण करूंगा/करूंगी।
बाल विवाह: एक सामाजिक अभिशाप
शपथ समारोह के उपरांत, जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में बाल विवाह को एक गंभीर सामाजिक बुराई और गैर-कानूनी कृत्य बताया। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि बाल विवाह लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और उनके संपूर्ण विकास में बड़ी बाधा उत्पन्न करता है। यह उनके सपनों को साकार होने से भी रोकता है और उन्हें उनके मौलिक अधिकारों से वंचित करता है। उन्होंने यह भी बताया कि बाल विवाह की सूचना देने वाले और इस दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्रशासन द्वारा प्रोत्साहित किया जाएगा।
जिले भर में गूंजी आवाज़
यह उल्लेखनीय है कि सिर्फ समाहरणालय ही नहीं, बल्कि जिले भर के सभी ग्राम सभाओं, विद्यालयों, बाल संरक्षण संस्थानों, पुलिस इकाईयों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों में भी बाल विवाह उन्मूलन हेतु शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस व्यापक आयोजन का उद्देश्य जिले के हर कोने तक इस संदेश को पहुँचाना और सामूहिक सहभागिता सुनिश्चित करना था।
अभियान की पहली वर्षगांठ
ज्ञात हो कि ‘बाल विवाह मुक्त भारत अभियान’ का शुभारंभ 27 नवंबर 2024 को किया गया था। आज यानी 27 नवंबर 2025 को इस अभियान की पहली वर्षगांठ के अवसर पर यह भव्य शपथ समारोह आयोजित किया गया। इस एक वर्ष में अभियान ने बाल विवाह के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर उप निदेशक, जनसंपर्क परिमल कुमार, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा नितेश पाठक, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ललिता कुमारी, सीडीपीओ रेखा कुमारी, जिला मिशन समन्वयक अंजनी कुमार झा, जिला समन्वयक स्मित प्रतीक, केश वर्कर वीणा चौधरी, केंद्र प्रशासक सुषमा कुमारी सहित कई अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सभी ने मिलकर इस सामाजिक कुप्रथा को जड़ से मिटाने का संकल्प दोहराया।


