दरभंगा न्यूज़: क्या मिथिला की रेलवे व्यवस्था एक नए युग में प्रवेश करने वाली है? 300 करोड़ रुपये का एक ऐसा प्रोजेक्ट, जो सिर्फ ट्रेनों की चाल ही नहीं, बल्कि हजारों युवाओं की किस्मत भी बदलने का दम रखता है, शीशो स्टेशन पर साकार होने को तैयार है। जानिए कैसे यह ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ क्षेत्र के लिए गेम चेंजर साबित होगा।
दरभंगा के समीप शीशो रेलवे स्टेशन पर एक महत्वाकांक्षी मेगा कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा। रेलवे का यह ड्रीम प्रोजेक्ट लगभग 300 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से तैयार होगा और इसका लक्ष्य क्षेत्र में रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूत करना तथा स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित करना है। स्थानीय सांसद और रेलवे स्थायी समिति के सदस्य डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने इस संबंध में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और अन्य अधिकारियों से विस्तृत चर्चा के बाद यह जानकारी दी है।
मिथिला के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह कॉम्प्लेक्स?
डॉ. ठाकुर के अनुसार, दरभंगा रेलवे स्टेशन वर्तमान में मिथिला क्षेत्र का सबसे व्यस्ततम स्टेशन है। यहां से प्रतिदिन औसतन 15 ट्रेनें अपनी यात्रा शुरू करती हैं, जबकि 51 यात्री ट्रेनें और 14 मालगाड़ी रोजाना गुजरती हैं। स्टेशन पर सीमित ढांचागत सुविधाओं के कारण ट्रेनों का समयबद्ध परिचालन एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस समस्या के समाधान के लिए, दरभंगा स्टेशन से मात्र 4 किलोमीटर दूर स्थित शीशो स्टेशन पर इस मेगा कोचिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण का प्रस्ताव लाया गया है।
सांसद डॉ. ठाकुर ने बताया कि इस परियोजना को गति देने के लिए रेलवे के संबंधित अधिकारियों को आवश्यक औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने पिछले लोकसभा सत्र के दौरान नियम 377 के तहत इस सार्वजनिक हित के मुद्दे को उठाया था और सदन को इसकी महत्ता से अवगत कराया था, जिसके बाद से वे लगातार इस परियोजना के लिए प्रयासरत हैं।
कैसी होगी 300 करोड़ की परियोजना?
प्रस्तावित मेगा कोचिंग कॉम्प्लेक्स एक व्यापक ढांचा होगा, जिसमें आधुनिक सुविधाएं होंगी। डॉ. ठाकुर के अनुसार, इस परियोजना में निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएं शामिल होंगी:
- 5 वॉशिंग पिट (ट्रेनों की धुलाई के लिए)
- 3 स्टेबलिंग लाइन (ट्रेनों के ठहराव के लिए)
- 1 सिक लाइन (मरम्मत और रखरखाव के लिए)
यह परियोजना पूरी होने के बाद न केवल ट्रेनों के परिचालन को समयबद्ध बनाएगी, बल्कि कई नई लंबी दूरी की ट्रेनें भी शुरू हो सकेंगी। इससे मिथिला क्षेत्र का देश के अन्य हिस्सों से संपर्क और अधिक सुगम हो जाएगा। शीशो कॉम्प्लेक्स में ट्रेनों का रखरखाव, साफ-सफाई और आंशिक मरम्मत जैसे कार्य होने से दरभंगा स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव भी काफी कम हो जाएगा, जिससे यात्री सुविधाओं में सुधार होगा।
रोजगार और राजस्व का नया द्वार
सांसद डॉ. ठाकुर ने इस मेगा कोचिंग कॉम्प्लेक्स को रेलवे के राजस्व उपार्जन और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है। उनका कहना है कि इसके अस्तित्व में आने के बाद रेलवे की आय में करोड़ों रुपये की वृद्धि होगी, साथ ही स्थानीय स्तर पर व्यापक पैमाने पर रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
डॉ. ठाकुर ने दोहराया कि केंद्र की मोदी सरकार दरभंगा सहित पूरे मिथिला क्षेत्र में रेलवे के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में रेलवे दरभंगा में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।







