घनश्यामपुर न्यूज़: गुरुवार को अचानक घनश्यामपुर थाना क्षेत्र में सरगर्मी बढ़ गई, जब एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी अचानक थाने पहुंच गए। उनके इस औचक निरीक्षण ने जहां सभी को चौंका दिया, वहीं लंबे समय से लंबित पड़े कई महत्वपूर्ण मामलों पर त्वरित कार्रवाई की उम्मीद जगा दी है। आखिर क्या निर्देश दिए एसडीपीओ ने और किन पहलुओं पर रहा उनका खास जोर?
एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने सबसे पहले थाना परिसर की साफ-सफाई और कामकाज की व्यवस्था का बारीकी से मुआयना किया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि थाने का वातावरण और कार्यप्रणाली व्यवस्थित एवं पारदर्शी हो।
निरीक्षण के दौरान एसडीपीओ ने थाना कार्यालय, मालखाना और महिला हेल्प डेस्क का भी गहनता से जायजा लिया। विशेष रूप से, उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की जांच की ताकि परिसर में निगरानी व्यवस्था पुख्ता बनी रहे। इसके अतिरिक्त, अभिलेखों के रख-रखाव और अपराध नियंत्रण के लिए अपनाई जा रही व्यवस्थाओं की भी पड़ताल की गई।
लंबित मामलों पर कार्रवाई के सख्त आदेश
निरीक्षण का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हत्या, लूट और एससी-एसटी से जुड़े लंबित मामलों की समीक्षा रहा। एसडीपीओ तिवारी ने इन गंभीर मामलों की फाइलों को खंगाला और पुलिस अधिकारियों के साथ लंबे समय तक विस्तृत चर्चा की। इन मामलों के निपटारे में हो रही देरी पर उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त की।
समीक्षा के उपरांत, एसडीपीओ ने सभी उपस्थित पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन लंबित मामलों में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सुनिश्चित कर जल्द से जल्द उनका निष्पादन किया जाए। यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि भविष्य में ऐसे मामले अनावश्यक रूप से लंबित न रहें।
निरीक्षण के दौरान ये अधिकारी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण के दौरान थानाध्यक्ष आलोक कुमार सहित कई अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। इनमें पुअनि अशोक कुमार, पुअनि अश्विनी कुमार, पुअनि रजनीश कुमार, प्रशांत कुमार और मिथलेश सिंह प्रमुख रूप से शामिल थे।







