दरभंगा देशज टाइम्स: उत्तर भारत में दस्तक देने वाला घना कोहरा इस बार रेल यात्रियों के लिए भारी मुसीबत लेकर आया है। दिसंबर से अगले साल फरवरी तक, पूर्व मध्य रेल सहित कई प्रमुख जोनों पर चलने वाली लगभग 100 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। क्या आपकी यात्रा पर भी इसका असर पड़ने वाला है और कैसे निपटा जाए इस परेशानी से?
दिसंबर से फरवरी 2026 तक की अवधि में रेल यात्रा करने की योजना बना रहे लाखों यात्रियों को अब मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। पूर्व मध्य रेल और उत्तर भारत के अन्य रेलवे जोन ने घने कोहरे के मद्देनजर लगभग 100 ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया है। इनमें 52 नियमित ट्रेनें और मुजफ्फरपुर से चलने वाली 32 नियमित ट्रेनें शामिल हैं, जिनके फेरे पूरी तरह रद्द कर दिए गए हैं। इसके अलावा, 14 स्पेशल ट्रेनों के फेरे भी कम किए गए हैं।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेनों के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, क्योंकि घने कोहरे के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इन रद्दियों का असर सीधा लगभग 45 लाख यात्रियों पर पड़ने का अनुमान है, जिन्हें अब अपनी यात्रा के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं तलाशनी होंगी।
प्रमुख रूटों पर बढ़ा दबाव, वेटिंग लिस्ट लंबी
ट्रेनों के रद्द होने से सबसे ज्यादा मार उन यात्रियों पर पड़ी है जो पहले से ही अपनी सीटें आरक्षित करवा चुके थे। पटना-दिल्ली जैसे व्यस्त रूटों पर चलने वाली तेजस, राजधानी, संपूर्ण क्रांति, और विक्रमशिला जैसी प्रमुख ट्रेनों पर यात्रियों का दबाव कई गुना बढ़ गया है। आलम यह है कि 30 दिन बाद की यात्रा के लिए भी वेटिंग टिकट मिल पाना मुश्किल हो रहा है, और कई ट्रेनों में तो ‘रिग्रेट’ का विकल्प ही दिख रहा है।
भागलपुर-नवगछिया रूट पर भी इसी तरह की स्थिति है, जहां कोहरे के चलते मार्च 2026 तक कई ट्रेनों को रद्द किया गया है। यह स्थिति उन यात्रियों के लिए चिंताजनक है, जिनके पास अब सीमित विकल्प ही बचे हैं।
रद्द की गई प्रमुख ट्रेनें (कुछ उदाहरण):
रेलवे द्वारा रद्द की गई लंबी सूची में कई महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल हैं, जो विभिन्न शहरों को जोड़ती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख ट्रेनें निम्नलिखित हैं:
- हावड़ा-देहरादून उपासना एक्सप्रेस (आगमन/प्रस्थान)
- मालदा टाउन-नई दिल्ली एक्सप्रेस (आगमन/प्रस्थान)
- पूर्णिया कोर्ट-अमृतसर जनसेवा एक्सप्रेस (आगमन/प्रस्थान)
- कामाख्या-गया एक्सप्रेस (आगमन/प्रस्थान)
- कामाख्या-आनंद विहार एक्सप्रेस (आगमन/प्रस्थान)
- हटिया-आनंद विहार एक्सप्रेस (आगमन/प्रस्थान)
- डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस
- 14004/14003 न्यू फरक्का-नई दिल्ली
- 05575/05576 सहरसा-आनंद विहार
- 05579/05580 पूर्णिया कोर्ट-आनंद विहार
- 04137/04138 ग्वालियर-बरौनी
- 04097/04098 हसनपुर रोड-नई दिल्ली
- 04313/04314 मुजफ्फरपुर-योग नगरी ऋषिकेश
मुजफ्फरपुर से चलने वाली 32 नियमित ट्रेनें रद्द
मुजफ्फरपुर से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए भी बुरी खबर है। पूर्वी रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने कोहरे को देखते हुए मुजफ्फरपुर से खुलने वाली 32 नियमित ट्रेनों को दिसंबर से फरवरी तक पूरी तरह से रद्द कर दिया है। इसके अतिरिक्त, 14 स्पेशल ट्रेनों के लगभग 52 फेरों को भी कम किया गया है। इन कुल 46 ट्रेनों के रद्द होने से मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों से यात्रा करने वाले हजारों लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
यात्राएं स्थगित करने पर मजबूर यात्री, बढ़ी तत्काल की मांग
ट्रेनों के अचानक रद्द होने से यात्रियों में हड़कंप मच गया है। कई यात्रियों को अपनी पहले से नियोजित यात्राएं स्थगित करनी पड़ रही हैं। जिन लोगों के लिए यात्रा टालना संभव नहीं है, उनके पास अब तत्काल टिकट का ही एकमात्र सहारा बचा है। हालांकि, तत्काल टिकट भी मिलना आसान नहीं होगा, क्योंकि मांग में भारी वृद्धि होने से इनकी उपलब्धता भी सीमित हो जाएगी।
रेलवे टिकट काउंटरों पर इन दिनों भारी भीड़ देखी जा रही है, लेकिन टिकट उपलब्ध न होने के कारण लोग निराश लौट रहे हैं। कई यात्रियों ने तो दो महीने पहले ही इन रद्द की गई ट्रेनों में अपनी टिकटें बुक करवा ली थीं, जिन्हें अब रद्द करवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। विशेष ट्रेनों के रद्द होने से विकल्पों की कमी और बढ़ गई है, जिससे यात्रियों की परेशानी और भी गहरी हो गई है।








