मधुबनी न्यूज़: 1 दिसंबर, 2025 की सुबह मधुबनी शहर के लिए एक विशेष ऊर्जा और उत्साह लेकर आई। ढोल-नगाड़ों की थाप पर गूंजते नारे और हजारों उत्साहित चेहरों के साथ मधुबनी जिले ने अपना 53वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। शहर के हर कोने से निकले लोगों ने इस प्रभातफेरी में भाग लिया, जिसने जिले की एकता और सामूहिक भावना को प्रदर्शित किया।
भव्य प्रभातफेरी से हुआ आगाज
जिले के 53वें स्थापना दिवस समारोह का आगाज सुबह-सुबह एक भव्य प्रभातफेरी के साथ हुआ। उप विकास आयुक्त सुमन प्रसाद साह के कुशल नेतृत्व में यह प्रभातफेरी वॉटसन स्कूल मैदान से शुरू हुई। उत्साह से भरे बच्चे, अधिकारी और आम नागरिक इस जुलूस का हिस्सा बने। प्रभातफेरी थाना चौक और स्टेशन रोड होते हुए शिव गंगा विद्यालय में संपन्न हुई, जहां उपस्थित जनसमूह ने जिले के समृद्ध भविष्य की कामना की।
गुंजायमान हुए मधुबनी के कोने-कोने
प्रभातफेरी के दौरान पूरे मधुबनी शहर में नारों की गूंज सुनाई दी। ‘स्वच्छ मधुबनी, स्वस्थ मधुबनी’, ‘जल ही जीवन है, जल है तो कल है’ और ‘जल-जीवन-हरियाली, तभी होगी जीवन में खुशहाली’ जैसे प्रेरणादायक नारों ने लोगों में पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा की। बच्चों में विशेष उत्साह देखा गया, जो जोश और उमंग के साथ इन नारों को दोहरा रहे थे। ढोल-नगाड़ों की धुन पर थिरकते हुए सभी ने इस ऐतिहासिक पल का भरपूर आनंद लिया।
इनकी रही खास उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण प्रभातफेरी में जिले के कई गणमान्य व्यक्तियों और अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जो इस आयोजन की गरिमा को बढ़ा रही थी:
- एसडीओ चंदन कुमार झा
- डीपीआरओ परिमल कुमार
- वरीय कोषागार पदाधिकारी कन्हैया लाल गोस्वामी
- एसडीसी आलोक कुमार
- जिला खेल पदाधिकारी नीतीश कुमार
इन अधिकारियों के अलावा, विभिन्न जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, स्कूली बच्चों और बड़ी संख्या में आमजन ने भी इस प्रभातफेरी में सक्रिय भागीदारी निभाई। यह आयोजन मधुबनी के लोगों के लिए केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि अपने जिले के प्रति प्रेम और समर्पण का प्रतीक बन गया।








